पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ ने कहा है कि कुलभूषण जाधव को मिलिट्री कोर्ट ने सजा सुनाई है और पाकिस्तान में जासूसी के आरोपों को लेकर यही कानून है। मुशर्रफ ने कहा है कि भारतीय इस मामले को कसाब जैसा ही समझे।
मीडिया रिपोटर्स के मुताबिक, परवेज मुशर्रफ का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कभी भी वार्ता के लिए नहीं आना चाहते। उन्होंने कहा कि हम अपने कानून के मुताबिक किसी को भी फांसी की सजा दे सकते हैं और जाधव पाकिस्तान की जमीन पर पकड़ा गया था।
मुशर्रफ ने कहा कि कई पाकिस्तानी जासूस भारत की जेलों में बंद है और उन पर कोई ट्रायल भी नहीं चल रहा है।
आपको बता दें कि इससे पहले भारत ने कुलभूषण जाधव को पाकिस्तानी सैन्य अदालत द्वारा मृत्युदंड सुनाए जाने को लेकर पाकिस्तान के समक्ष कड़ा विरोध जताया और कहा कि अगर न्याय के मूलभूत सिद्धांतों एवं अंतरार्ष्ट्रीय नियमों को दरकिनार कर जाधव को मौत की सजा दी गयी तो इसे उनकी सुनियोजित हत्या समझी जाएगी।