रांची: मुख्य सचिव राजबाला वर्मा ने निर्देश दिया है कि 2019 तक सभी जिलों को खुले में शौच से मुक्त करने के लिए लक्ष्य के अनुरूप कार्ययोजना बनाये। इसके लिए ग्रामवार लक्ष्य निर्धारित कर रोजगार सेवकों, प्रखंड स्तरीय अधिकारियों, मुखिया और पंचायत सेवकों की जवाबदेही तय करें। उन्होंने कहा कि लक्ष्य की प्राप्ति के लिए विशेष रणनीति जिला वार बनायें। उन्होने प्रसन्नता जतायी कि रामगढ़ राज्य का पहला खुले में शौच से मुक्त पहला जिला बन ग04या है। वह सोमवार को स्वच्छ भारत मिशन की प्रगति की समीक्षा कर रही थीं।
15 लाख शौचालय निर्माण की योजना बनायें
उन्होंने कहा कि वर्ष 2016-17 में 9 लाख शौचालयों का निर्माण हुआ, जो वर्ष 2015-16 से तीन गुना अधिक है। वर्ष 2017-18 में 2000 पंचायतों में 15 लाख व्यक्तिगत शौचालय के निर्माण की योजना बनायें। विदित हो कि वर्ष 2017-18 में राज्य के 12 और जिलों को ओडीएफ करने का लक्ष्य रखा गया है। सीएस ने कहा कि फोटो अपलोडिंग का कार्य धीमी गति से चल रहा है, इसमें तेजी लाते हुए पंचायत स्वयं सेवकों की जवाबदेही तय करें और उन्हें बतायें कि विभाग की ओर से उन्हें फोटो अपलोडिंग के एवज में प्रति फोटो 25 रुपये मिलेंगे। कहा कि जिन जिलों में स्लीप बैक है, उन जिलों में शौचालय निर्माण के लिए डीएमएफटी( डिस्ट्रिक्ट माइंस फंड ट्रस्ट) तथा मनरेगा की राशि से निर्माण करायें।
12 लाख शौचालय बनें
विभाग ने जानकारी दी कि अब तक स्वच्छ भारत मिशन के तहत करीब 12 लाख शौचालय का निर्माण पूरे राज्य में किया जा चुका है तथा करीब 600 ग्राम पंचायतों को ओडीएफ घोषित किया गया है। बैठक में मुख्य रूप से प्रधान सचिव पेयजल एवं स्वच्छता विभाग एपी सिंह, निदेशक स्वच्छ भारत मिशन राजेश कुमार शर्मा सहित अन्य उपस्थित थे।
रामगढ़ ने बड़ी उपलब्धि हासिल की
रामगढ़ राज्य का पहला खुले में शौच से मुक्त जिला बन गया है। विभाग ने जानकारी दी कि जिला के सभी 6 प्रखंडों में शौचालय निर्माण का कार्य पूर्ण किया जा चुका है। वर्ष 2016-17 में 77 हजार 701 शौचालय निर्माण का लक्ष्य था जिसे पूर्ण किया जा चुका है।
प्रखंड का नाम निर्मित कुल शौचालय
चितरपुर 7435
दुलमी 10891
गोला 18987
मांडू 21126
पतरातू 14635
रामगढ़ 4649