नई दिल्ली: ‘बिग थ्री’ फॉर्मूले पर बीसीसीआई व आईसीसी की एक राय न बनने के कारण टीम इंडिया इस बार 1 जून से होने वाली आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी से हट सकती है। बीसीसीआई व आईसीसी के बीच काफी समय से ‘बिग थ्री’ फॉर्मूले को लेकर कोई सहमती नहीं बन पा रही है जिसके कारण बीसीसीआई ने मेंबर्स पार्टिसिपेशन एग्रीमेंट के तहत चैंपियंस ट्रॉफी से टीम इंडिया का नाम वापस लेने की बात कही है।
अगर अगले एक महीने के अंदर दोनों के बीच इस मामले को लेकर एक मत नहीं बनता है तो इंडिया यह टूर्नामेंट नहीं खेलेगी। दो बार चैंपियंस ट्रॉफी जीतने वाली टीम इंडिया अगर यह टूर्नामेंट खेलती है तो इंडिया का सबसे पहला मुकाबला पाकिस्तान से होगा।
1 जून से शुरू होने वाली चैंपियंस ट्राफी वनडे क्रिकेट में हर चार साल में खेले जाने वाला दूसरा सबसे बड़ा टूर्नामेंट है। अगर इस बार टीम इंडिया चैंपियंस ट्राफी नहीं खेलती है तो यह क्रिकेट प्रेमियों के लिए बड़ी निराशाजनक बात होगी।
साथ ही इससे वर्ल्ड क्रिकेट को भी काफी नुकसान होगा। बीसीसीआई द्वारा इंडिया का नाम वापस लेने के पीछे मुख्य वजह ‘बिग थ्री’ फॉर्मूले को बताया जा रहा है। बिग थ्री फार्मूले की वजह से आईसीसी के राजस्व का एक बड़ा हिस्सा तीन भागों में बंट जाता है, जिसका फायदा पूरी तरह से भारत, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड को मिलता है।