रांची: खेलगांव के टाना भगत इनडोर स्टेडियम में विद्यालय चलें चलायें अभियान-2017 का शुभारंभ मुख्यमंत्री रघुवर दास ने किया। इस मौके पर विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्यों का राज्यस्तरीय सम्मेलन भी आयोजित किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिक्षा सचिव आराधना पटनायक ने कहा कि 2015 में जब स्कूल चलें चलायें अभियान शुरू किया गया था, उस वक्त 3.5 लाख बच्चे स्कूलों के बाहर थे। 3 साल में 72,815 बच्चे ही स्कूल परिधि से बाहर हैं। इन बच्चों को स्कूलों में लाने के लिए शिक्षा विभाग व्यापक अभियान चला रहा है। विद्यालय प्रबंधन समिति को साफ निर्देश दिया गया है कि एक भी बच्चा स्कूल से बाहर न रहे। 520 पंचायत चिह्नित किये गये हैं जहां ड्रापआउट रेट सबसे ज्यादा है। इसके लिए विभाग की ओर से 11 अप्रैल को जिला स्तरीय बैठक, 12 को प्रखंड स्तरीय बैठक, 13 को विद्यालय स्तरीय बैठक के साथ नामांकन प्रारंभ करने का निर्देश दिया गया है। 17 को सबसे अधिक ड्रापआउट प्रखंडों में मुखिया की अध्यक्षता में रोड शो के अलावे कई कार्यक्रम किये जायेंगे। 25 अप्रैल को शून्य ड्राप आउट घोषित पंचायतों में गहरे नीले रंग का झंडा फहराया जायेगा। 25 अप्रैल को एक ही दिन सभी स्कूलों में नये बच्चों को किताबें दी जायेंगी और उनके स्वागत में भोज होगा। इस मौके पर सीएम ने दिव्य ज्योति नामक पुस्तक का भी विमोचन किया।
कार्यक्रम में विधायक डॉ जीतू चरण राम, शिक्षा सचिव आराधना पटनायक, माध्यमिक शिक्षा निदेशक मनीष रंजन, प्राथमिक शिक्षा निदेशक कृपानंद झा, राज्य परियोजना निदेशक मुकेश कुमार और उपायुक्त मनोज कुमार के अलावे सभी जिलों के डीईओ, डीएसई, स्कूलों के प्राचार्य और छात्र-छात्राएं मौजूद थे।