मेदिनीनगर: यहां के पिपरा प्रखंड की सरैया पंचायत के पिठोरा गांव के समीप गुरुवार को माओवादियों द्वारा सड़क निर्माण में लगे 13 वाहनों को जलाने की घटना के बाद डीजीपी डीके पांडेय ने शुक्रवार को घटनास्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने पलामू एसपी इंद्रजीत महथा के साथ हेलिकॉप्टर से आकर करीब एक घंटा तक घटना की जानकारी ली और जरूरी निर्देश दिये।
डीजीपी ने कहा कि अपने तीन साथियों के मारे जाने के बाद हताशा में आकर माओवादी विकास योजनाओं को बाधित कर रहे हैं। दहशत फैलाना ही उनका मकसद है, परंतु उनका मकसद कामयाब नहीं होगा। नक्सलियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि सभी विकास योजनाएं पुलिस की देखरेख में पूरी करायी जायेंगी। इसके लिए ठेकेदार पुलिस की मदद लें। डीजीपी ने स्थानीय लोगों से जमीन पर बैठ घटना की जानकारी ली।
बच्चों से कहा-टिफिन लायेंगे, साथ खायेंगे : स्थानीय बच्चों से बातचीत करते हुए डीजीपी ने कहा कि पुलिस अधिकारी बनने के लिए शिक्षित होना आवश्यक है। आप पुलिस तथा सेना की नौकरी कर गांव समाज का नाम रोशन करें। अगली बार आयेंगे तो साथ में टिफिन और थाली लायेंगे, साथ बैठकर नाश्ता करेंगे। वहीं लोगों को बताया कि भयभीत न हों। बेटे के साथ बेटियों को भी पढ़ाइये।
महिला थानेदारों की होगी नियुक्ति : पलामू के अधिकांश थानों में महिला थानेदार की नियुक्ति की जायेगी। वहीं पलामू एसपी ने सीमा सील कर नक्सलियों के विरुद्ध अभियान चलाने की बात कही। जवानों की हौसला आफजाई करते हुए भारत माता के जयकारे के साथ डीजीपी वापस लौट गये। इस अवसर पर पुलिस निरीक्षक सह हरिहरगंज थानेदार राकेश नंदन मिंज, पिपरा थाना प्रभारी महानंद सुरीन सहित कई पुलिस तथा सीआरपीएफ के अधिकारी उपस्थित थे।

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