वॉशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति बनने के बाद डोनाल्ड ट्रंप द्वारा पूर्व राष्ट्रपि बराक ओबार प्रशासन के दौरान बनाए गए कानूनों को बदले का प्रक्रिया अब भी जारी है। इस क्रम में राष्ट्रपति ट्रंप ने महिला कर्मचारियों के साथ यौन शोषण के खिलाफ बनाए गए कानून को भी रद्द कर दिया है।
आपको बता दें राष्ट्रपति ट्रंप के इस फैसले के बाद अमेरिका में महिला कर्माचारियों के साथ पुरुष कर्मचारी आसानी से यौन उत्पीड़न कर सकते है और इसके लिए अब कानून के डरने के भी कोई जरूरत नहीं है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार महिलाओं को यौन उत्पीडन से बचाने के लिए ओबामा प्रशासन ने 2014 में फेयर पे एंड सेफ वर्क प्लेस के फैसले को मंजूरी दी थी, जिसके तहत मानवाधिकार और श्रम कानूनों को और भी मजबूती मिलता था।
बता दें कि ओबामा प्रशासन के नियनमों के तहत- वेतन पारदर्शिता और महिलाओं के साथ जोर जबरदस्ती करना से संबंधित मामलों में महिलाओं को सुरक्षा देने का काम करता था। गौर हो कि वेतन पारदर्शिता के तहत हर छोटी बड़ी कंपनियों के लिए कर्मचारियों को दिए जाने वाले वेतन की पे स्लिप और वेतन की दर बताना अनिवार्य किया गया था।
इसके अलाव इस नियम के अनुसार कंपनियां कर्मचारियों को समय से ज्यादा काम नहीं करा सकती थीं, ऐसे करने पर कर्मचारियों को घंटे के हिसाब से एक्ट्रा वेतन दिया जाता था।