नई दिल्ली : अमेठी में पर्चा भरने के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की सुरक्षा में चूक के पार्टी के आरोप को स्पेशल प्रटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) ने नकार दिया है। एसपीजी ने गृह मंत्रालय को बताया है कि जिस लेजर लाइट का कांग्रेस जिक्र कर रही है, वह उन्हीं के कैमरामैन के मोबाइल फोन की है। दरअसल, कांग्रेस ने राहुल की सुरक्षा में चूक का आरोप लगाया था। इसमें कहा गया था कि अमेठी में पर्चा भरने के दौरान राहुल पर हमले की तैयारी थी। अब इसपर केंद्र का जवाब आया है। गृह मंत्रालय ने सबसे पहली बात यह कही कि उन्हें कांग्रेस की तरफ से अभी तक कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है, विडियो सामने आने के बाद उन्होंने एसपीजी से सफाई मांगी थी। गृह मंत्रालय के मुताबिक, एसपीजी के डायरेक्टर ने उन्हें बताया कि जो हरी लाइट विडियो में दिखाई दे रही है वह AICC के कैमरामैन द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे फोन की है। बता दें कि इस पहले एक पत्र सामने आया था, जिसे कांग्रेस की तरफ से सीनियर नेता अहमद पटेल, जयराम रमेश और रणदीप सुरजेवाला ने भेजा था। पत्र में कांग्रेस ने राहुल की जान को खतरा बताया था। सुरक्षा में चूक के लिए कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।

क्या है मामला?
राहुल गांधी 10 अप्रैल यानी बुधवार को अमेठी गए थे। वहां उनके साथ मां सोनिया गांधी के अलावा पूरा वाड्रा परिवार भी था। नामांकन भरने के बाद राहुल ने मीडिया से बात की थी। उसी दौरान का एक विडियो कांग्रेस द्वारा दिखाया गया है और मंत्रालय को भी भेजा गया है। कांग्रेस के दावे के मुताबिक, विडियो में दिख रहा है कि कम-से-कम 7 बार राहुल गांधी पर ग्रीन कलर की लेजर लाइट दिखाई दी। उनमें से कुछ बार वह उनकी कनपटी के आसपास देखी गई थी।

Share.

Comments are closed.

Exit mobile version