प्रवासी मजदूरों और छात्रों को लेकर सरकार गंभीर, पहुंचायी जा रही राहत
आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। मंत्री रामेश्वर उरांव ने प्रदेश भाजपा नेताओं के उपवास को राजनीतिक उपवास बताया। कहा कि भाजपा नेताओं द्वारा इस महामारी के समय राजनीति करने ठीक नही है। यह वक्त है इस महामारी के खिलाफ एकजुट होकर इससे लड़ने का। पेट भर खाना खा कर 10 बजे से उपवास पर बैठना भाजपा नेताओं की एक ओछी राजनीति है। उन्होंने कहा कि झारखंड के बच्चे न सिर्फ कोटा में हैं, बल्कि बेंगलुरु, ओडिशा, पटना समेत कई राज्यों में फंसे हैं। लगातार संपर्क में भी हैं और उनसे यही कहा जा रहा है कि तीन मई तक उन्हें लॉकडाउन में ही रहना पड़ेगा। अगर उन्हें किसी तरह की दिक्कत होगी तो तमाम सुविधाएं राज्य सरकार मुहैया करायेगी। इसलिए यह कहना कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कोटा से अपने छात्रों को बुलाने के लिए विशेष पहल की है और झारखंड सरकार को भी ऐसा करना चाहिए यह तार्किक नहीं है। उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का हवाला दिया और कहा कि बिहार सरकार भी लॉकडाउन के पक्ष में है। मजदूरों तक आर्थिक सहायता पहुंचाने के लिए लॉन्च सहायता एप को लेकर उन्होंने कहा कि एप में कुछ टेक्निकल दिक्कतें आयी है। इसकी उन्हें जानकारी है। उन दिक्कतों को ठीक किया जा रहा है। बड़ी संख्या में एप डाउनलोड भी हुआ है और लोगों ने संपर्क भी साधा है। उन तक राहत भी पहुंचायी जा रही है। मंत्री ने कहा कि वह विभागीय अधिकारियों के साथ इस मामले की समीक्षा करेंगे। सरकार की पूरी कोशिश होगी कि जल्द से जल्द प्रवासी मजदूरों तक आर्थिक सहायता पहुंचायी जाये। उन्होंने कहा कि भाजपा की राजनीति को प्रदेश की जनता कभी भी सफल होने नहीं देगी। उन्होंने कहा कि भाजपा का आरोप बेबुनियाद है। सरकार में पूरा तालमेल है और हम लोग हेमंत सोरेन को अपना नेता मान कर चुनाव लड़े थे। इसमें कोई मतभेद नहीं है।
पेटभर खाकर उपवास पर बैठना ओछी राजनीति: रामेश्वर उरांव
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