कोरोनावायरस के संक्रमण को रोकने के लिए भारत ने बड़े स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी हैं. देश में अब ज़्यादा से ज़्यादा लोगों के टेस्ट करने पर ज़ोर दिया जा रहा है. हालांकि, इसकी शुरूआत उन्हीं ज़िलों से होगी, जहां संक्रमण के ज़्यादा मामले सामने आए हैं.। यह जानकारी रविवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी. इस मौक़े पर आईसीएमआर के प्रतिनिधि ने बताया कि 8 अप्रैल तक भारत में रैपिड डायग्नोस्टिक किट आ जाएगा.
इसके लिए गाइडलाइन जारी कर दी गई है. इस टेस्टिंग किट से केवल पांच मिनट में कोरोना पॉजिटिव केस की जानकारी मिल जाएगी. वहीं, कोरोना निगेटिव बताने में इस किट को 13 मिनट लगेंगे.
अग्रवाल ने कहा कि अभी तक 274 जिलों से कोरोना के मामले सामने आ चुके हैं. 24 घंटों में 472 मामलों की पुष्टि हुई है. उन्होंने कहा कि तबलीग़ी जमात का प्रकरण नहीं होता तो देश में 7.4 दिनों में केस डबल हो रहे थे मगर अब यह मामले 4.1 दिनों में दोगुना हो रहे हैं. कोरोनावायरस से देश का महाराष्ट्र राज्य बुरी तरह से प्रभावित चल रहा है. देश में कोरोना के चलते होने वाली कुल मौतों में से 36% यानि कि 45 मौत अकेले महाराष्ट्र में हुई हैं. महाराष्ट्र में भी मुंबई में हालात बेहद ख़राब हैं, जहां 30 लोगों की मौत कोरोना से हो चुकी है. रविवार को देश में कोरोना के 553 नए मामले सामने आए, जिसके बाद कुल मरीजों का आंकड़ा बढ़कर 4218 हो गया है. इनमें से 748 मामले महाराष्ट्र के हैं.