रांची। मांडर के विधायक बंधु तिर्की ने सब्जी के किसानों को राहत देने के विधायक निधि से राशि देने की मांग की है। श्री तिर्की ने इस संबंध में मुख्यमंत्री एवं उपायुक्त को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने कहा कि लॉकडाउन की वजह से किसानों द्वारा उत्पादित वस्तुओं को बाजार नहीं मिलने से उनके समक्ष भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गयी है, जिसका लाभ उठाते हुए औने-पौने दाम पर बिचौलिए उनसे सब्जी ले जा रहे हैं। जबकि शहर के रिटेल बाजारों में महंगे दरों पर बेच रहे हैं। ऐसे में जब तक बाजार नहीं खुलता है, तब तक किसानों को विधायक निधि से उनके खाते में राशि उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने मांडर विधानस•ाा का जिक्र करते हुए कहा कि उनका क्षेत्र कृषि प्रधान है। यही जीविका का मुख्य साधन है। बेड़ो, इटकी, मांडर, चान्हो, सोंस एवं नरकोपी बाजार राज्य के अग्रणी सब्जी मंडियों में एक है। किसानों के खेतों में सब्जियां तैयार हैं, मगर मंडी नहीं मिल रहा है। जिसका फायदा बिचौलिया उठा रहे हैं। बिचौलिए की तो चांदी है मगर किसान भूखे मरने को विवश हो गए हैं। किसानों का लागत मूल्य भी नहीं निकल रहा है, सब्जियां खेतों में सड़ रहे हैं। उपर से ओलावृष्टि ने किसानों की कमर तोड़ दी है। ऐसे में किसानों को तत्काल राहत उपलब्ध कराने की जरूरत है।
छात्रावास एवं लॉज में छात्रों को राशन मुहैया कराने की मांग
रांची। विधायक बंधु तिर्की ने रांची के उपायुक्त को पत्र लिखकर निर्देश दिया है कि रांची में कई ऐसे आदिवासी कॉलेज एवं लॉज हैं, जहां पर हजारों की संख्या में छात्र-छात्राएं रहकर अध्ययन करते हैं। लॉकडाउन की वजह से वह अपने घर भी जाने में सक्षम नहीं है। इसलिए ऐसे छात्रावास एवं लॉज में रहने वाले छात्र-छात्राओं को राशन मुहैया कराया जाए। इनके समक्ष भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गयी है। उन्होंने कहा कि रांची में 15 से अधिक आदिवासी छात्रावास एवं लॉज कल्याण एवं शिक्षा विभाग द्वारा संचालित हैं