रांची । हर दिन झारखंड में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। देखा जाए तो पिछले 24 घंटे में यहां कोरोना के 8 नए मामले सामने आये है। इस तरह अबतक झारखंड में कोरोना संक्रमितों की संख्या 54 पर पहुंच गई है। गुरुवार को सामने आए चार नए मामलों में सभी चार राजधानी रांची के हैं। इनमें तीन मरीज हिंदपीढ़ी और एक मरीज बेड़ो का रहने वाला है। इससे पहले बुधवार को एक बार फिर राज्य में चार कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान की गई है।
कोरोना से जंग : 78 जिलों में 14 दिन से कोई नया केस नहीं
नई दिल्ली
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि आज देश में 12 जिले ऐसे हैं जहां पिछले 28 दिनों से कोरोना का कोई नया मामला सामने नहीं आया है। वहीं अब देश में 23 राज्य और केंद्रशासित प्रदेशों के 78 जिले ऐसे भी हैं जहां पिछले 14 दिनों से कोई केस दर्ज नहीं हुआ है।
गृह मंत्रालय ने कुछ जरूरी सेवाओं को दी छूट
गृह मंत्रालय की संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने कहा कि देश में ग्रामीण क्षेत्रों में अर्थव्यवस्था की गति बनाए रखने के लिए कृषि कार्यों की अनुमति दी है। वहीं, वरिष्ठ नागरिकों की बैक साइड अटेंडेंट और देखभाल सेवाओं को प्रतिबंधों से छूट दी गई है।इसके अलावा प्रीपेड मोबाइल की रिचार्ज सेवाओं, शहरी क्षेत्रों में स्थित खाद्य प्रसंस्करण उद्योग जैसे मिल्क प्रोसेसिंग यूनिट, ब्रेड फैक्ट्री, आटा मिलों को छूट प्राप्त है। विद्यार्थियों के लिए शैक्षिक किताबों की दुकानों और गर्मी के मौसम को देखते हुए इलेक्ट्रिक पंखों की दुकानों को खोलने की अनुमति दी गई है।
नौ महीने के बच्चे ने छह दिन में जीत ली कोरोना से जंग
देहरादून से अच्छी खबर आयी है। दून मेडिकल अस्पताल में भर्ती कोरोना संक्रमित नौ महीने के बच्चे ने छह दिन में कोरोना की जंग जीत ली है। यह बच्चा उत्तराखंड में कोरोना से सबसे कम समय में स्वस्थ होने वाला मरीज बन गया है।
इससे पहले एक प्रशिक्षु आईएफएस सात दिन में कोरोना से ठीक हुआ था। अस्पताल के डिप्टी एमएस और कोरोना के स्टेट को-ऑर्डिनेटर डॉ। एनएस खत्री ने बताया कि बच्चे की दो रिपोर्ट लगातार निगेटिव आने के बाद उसे डिस्चार्ज किया जा रहा है।
मां का दूध संक्रमण से लड़ने में बहुत उपयोगी
बता दें कि देहरादून की भगत सिंह कॉलोनी में जमात से लौटे नौ महीने के बच्चे के पिता कोरोना संक्रमित पाए गए थे। इसके बाद बच्चे की तबीयत बिगड़ने पर उसे भी 17 अप्रैल को दून अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसके बाद उसकी मां को भी सेंटर में क्वारंटीन किया गया था। जांच में मां का सैंपल निगेटिव आया था।