Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Friday, May 23
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»Top Story»कोरोना से ठीक होने वाले 20-30 फीसदी मरीज 6 महीने में खो रहे नेचुरल इम्यूनिटी- नई स्टडी में खुलासा
    Top Story

    कोरोना से ठीक होने वाले 20-30 फीसदी मरीज 6 महीने में खो रहे नेचुरल इम्यूनिटी- नई स्टडी में खुलासा

    sonu kumarBy sonu kumarApril 11, 2021No Comments3 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    कोरोना संक्रमण (Coronavirus) के खिलाफ नेचुरल इम्यूनिटी (Natural Immunity) कब तक रहती है? यह सवाल हर किसी के मन में है, खासकर उन लोगों के मन में जो हाल फिलहाल में कोरोना संक्रमण के शिकार और उससे रिकवर हुए हैं. इंस्टीट्यूट ऑफ जीनोमिक्स एंड इंटीग्रेटिव बायोलॉजी (IGIB) की एक रिसर्च के मुताबिक नेचुरल इम्यूनिटी कम से कम 6-7 महीने तक रहती है, मगर कोरोना से संक्रमित हो जाने वाले 20-30 प्रतिशत लोगों में 6 महीने बाद से ही प्रतिरक्षा शक्ति (Immunity Power) घटने लगती है.

    IGIB के डायरेक्टर डॉ. अनुराग अग्रवाल कहते हैं, इसपर रिसर्च महत्वपूर्ण है क्योंकि यही संक्रमण की दूसरी लहर की सही व्याख्या कर सकता है. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के खिलाफ इस्तेमाल की जा रहीं वैक्सीन भी मरीजों को गंभीर संक्रमण और मरने से कम से कम दो साल तक ही बचाए रख सकने में सक्षम हैं.

    दिल्ली और मुंबई में तेजी से बढ़ रहा कोरोना

    रिसर्चर का कहना है कि मुंबई और दिल्ली जैसे शहरों में कोरोना संक्रमण के मामलों में तेज वृद्धि देखी जा रही है. दिल्ली में जनवरी में सिर्फ 56 प्रतिशत से ज्यादा सेरोपोसिटिविटी या एंटीबॉडीज़ पाई गई थी, जिसकों लेकर डॉक्टरों का मानना ​​है कि नवंबर के बाद संक्रमण की वृद्धि में कमी की यही वजह थी. बीते दिन राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना संक्रमण के 7,897 नए मामले सामने आए. जबकि देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में 24 घंटे के अंदर 9,327 मामले सामने आए.

    आईजीआईबी के वरिष्ठ वैज्ञानिक और प्रकाशन के लिए स्वीकार किए गए अध्ययन के लेखकों में से एक डॉ. शांतनु सेनगुप्ता ने कहा, सितंबर में हमने CSIR (काउंसिल फॉर साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च) की प्रयोगशालाओं में सीरो-सर्वे किया था. जिसमें 10 प्रतिशत से ज्यादा पार्टिसिपेंट्स में कोरोना वायरस से लड़ने के लिए एंटीबॉडीज पाई गई थीं. फिर इन्हें 5 से 6 महीनों के लिए ऑब्जर्वेशन में रखा गया और उनके एंटीबॉडी लेवल की जांच करने के लिए एक मात्रात्मक परीक्षण किया गया.

    10,427 प्रतिभागियों पर किया गया अध्ययन

    पांच से छह महीनों में लगभग 20 प्रतिशत पार्टिसिपेंट्स ने एंटीबॉडी होने के बावजूद न्यूट्रलाइजेशन एक्टिविटी खो दी थी. बाकी बचे पार्टिसिपेंट्स की भी न्यूट्रलाइजेशन एक्टिविटी में गिरावट देखी गई. न्यूट्रलाइजेशन, एंटीबॉडी की एक क्षमता है, जो वायरस को खत्म करने और उसको शरीर के किसी सेल में प्रवेश करने से पूरी तरह से रोकता है.

    10,427 प्रतिभागियों पर की गई रिसर्च में से लगभग 1,058 या 10.14 प्रतिशत प्रतिभागियों का पिछले साल सितंबर में एंटीबॉडी के लिए किया गया टेस्ट पॉजिटिव आया था. शोधकर्ताओं ने पांच और छह महीने के लिए 1058 में से 175 को ट्रैक किया और पाया कि 31 या 17.7 प्रतिशत ने न्यूट्रलाइजेशन एक्टिविटी खो दी और अन्य आठ (4.6 प्रतिशत) में एंटीबॉडीज मिले थे.

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleधार्मिक स्थलों को लेकर बड़ा फैसला, एक बार में पांच श्रद्धालुओं को मिलेगी प्रवेश की अनुमति
    Next Article भूकंप के झटकों से दहला इंडोनेशिया, 8 व्यक्तियों की मौत व 300 से अधिक इमारतें क्षतिग्रस्त
    sonu kumar

      Related Posts

      जेपीएससी नियुक्ति घोटाला मामला : डीएसपी शिवेंद्र की अग्रिम जमानत पर अब 23 मई को सुनवाई

      May 22, 2025

      प्रधानमंत्री ने झारखंड के तीन अमृत भारत रेलवे स्टेशनों का भी किया उद्घाटन

      May 22, 2025

      श्रावणी मेला को लेकर शुक्रवार को मुख्यमंत्री करेंगे उच्चस्तरीय बैठक

      May 22, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • आतंक की कीमत चुकानी होगी, पाकिस्तान का ‘स्टेट और नॉन-स्टेट’ एक्टर का नाटक नहीं चलेगाः प्रधानमंत्री
      • फरीदाबाद में मिला कोरोना संक्रमित, स्वास्थ्य विभाग सतर्क
      • कृषि, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में विकास करना प्राथमिकता: विधायक
      • जेपीएससी नियुक्ति घोटाला मामला : डीएसपी शिवेंद्र की अग्रिम जमानत पर अब 23 मई को सुनवाई
      • प्रधानमंत्री ने झारखंड के तीन अमृत भारत रेलवे स्टेशनों का भी किया उद्घाटन
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version