नई दिल्ली। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रमुख जीतन राम मांझी ने गुरुवार को केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की है। हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा से जुड़े नेताओं और खुद मांझी का कहना है कि अमित शाह से उनकी मुलाकात गैर राजनीतिक थी। मांझी का कहना है कि वह माउंटेन मैन दशरथ मांझी और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण सिंह और कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की मांग को लेकर शाह से मिलने आए थे। हालांकि जानकारों का मानना है कि मांझी की यह मुलाकात राजनीतिक भी थी। लोकसभा चुनाव से पहले वह पाला बदल सकते हैं। क्योंकि बिहार की महागठबंधन सरकार में वे खुश नहीं हैं।
उल्लेखनीय है कि बुधवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी दिल्ली में थे। इस दौरान दोनों नेताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की थी।
माना जा रहा है कि दोनों नेता विपक्षी दलों को लामबंद करने के लिए दिल्ली आए थे। ऐसे में ठीक एक दिन बाद मांझी का शाह से मिलना कई संभावनाओं को पैदा कर रहा है। मांझी बिहार में भले ही महागठबंधन के साथ हैं लेकिन वे इन दिनों अलग-थलग महसूस कर रहे हैं। ऐसे में वह वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले वे पाला बदल भी सकते हैं।