आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। एचएमएआइ, झारखंड ने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से राज्य में आयुष यूनिवर्सिटी खोले जाने की मांग की है। इस संबंध में एचएमएआइ के छह सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने उनसे बुधवार को राजभवन में मिलकर अनुरोध किया। इसमें डॉ राजीव कुमार (सचिव) डॉ नरेश कुमार (अध्यक्ष), रामजी यादव, डॉ बीएन सहाय रंजन, डॉ रानू मेहता, डॉ शिखा कुमारी भी शामिल थी। प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को झारखंड में आयुष सम्बंधी समस्याओं के बारे में भी अवगत कराया। राज्य में आयुष चिकित्सा पद्धति के विकास के लिए कई अहम मांगों को भी उनके समक्ष रखा। आयुष विश्वविद्यालय की स्थापना कर उसमें होमियोपैथी, आयुर्वेद, यूनानी, योगा सिद्धा, नेचुरोपैथी और पंचकर्म की पढ़ाई कराने की अपील की। राजभवन में सरकारी कर्मियों को होमियोपैथिक चिकित्सा सेवा मुहैया कराने को राजभवन परिसर में ओपीडी खोले जाने, राज्य के सभी सरकारी और गैर सरकारी विश्वविद्यालयों के परिसर में भी आयुष ओपीडी खोलने और सामान्य बीमारियों के लिए होमियोपैथिक दवाइयां उपलब्ध कराने के अलावा साप्ताहिक जागरुकता अभियान चलाये जाने का भी अनुरोध किया। अनिवार्य साप्ताहिक गतिविधि के रूप में योग को सम्मिलित किये जाने, 21 जून 2023 को योग दिवस के 50 दिन पूर्व से सभी विश्वविद्यालयों के परिसर में योग कैंपेन चलाने, राज्य में किसी कारणवश बंद पड़े सभी होमियोपैथिक कॉलेजों के पुन: संचालन के लिए एक कमिटी गठित करने के संबंध में भी आग्रह किया। वहीं एचएमएआइ रांची यूनिट के आग्रह पर राज्यपाल ने अपनी सहमति प्रदान की। इसके साथ ही राज्यपाल ने राजभवन के परिसर में एक आयुष ओपीडी खोले जाने पर सहमति दी। साथ ही महीने में एक दिन राज्य के रिमोट, आदिवासी बहुल इलाकों में हर घर आयुष के तहत नि:शुल्क आयुष चिकित्सा मेगा कैंप शुरू करने के लिए पूरे महीने में अपना एक दिन देने के लिए आयुष चिकित्सकों से कहा। एचएमएआइ के सचिव डॉ राजीव कुमार ने इसे सहर्ष स्वीकार कर लिया।