-रूस और चीन की नजदीकियां देखते हुए भारत को बनानी होगी रणनीति
वाशिंगटन। पूर्व अमेरिकी रक्षा मंत्री जिम मैटिस ने कहा है कि भारत और रूस के रिश्तों पर अमेरिका को रणनीतिक धैर्य दिखाना होगा। यहां आयोजित भारत-अमेरिका शिखर सम्मेलन के दौरान उन्होंने कहा कि भारत इस मामले में सही दिशा में आगे बढ़ रहा है।

जिम मैटिस ने कहा कि यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद भारत ने कभी इस हमले का समर्थन नहीं किया है। इन स्थितियों में भारत और रूस के रिश्ते के बीच अमेरिका को रणनीतिक धैर्य दिखाना होगा। उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच रक्षा संबंध न सिर्फ मजबूत हुए हैं, बल्कि तेजी से आगे भी बढ़ रहे हैं। यूक्रेन पर रूसी हमले का समर्थन न करने के भारतीय रुख को दोहराते हुए उन्होंने कहा कि भारतीय प्रधानमंत्री मोदी इस मुद्दे पर बहुत स्पष्ट रहे हैं। उन्होंने भारत को सुझाव भी दिया कि रूस और चीन की करीबी को देखते हुए भारत को रणनीति बनानी होगी। रूस के साथ भारत के संबंध अमेरिका के लिए चिंता की बात नहीं है।

मैटिस ने यह भी कहा कि भारत ने अभी तक यूक्रेन पर रूसी हमलों की निंदा भी नहीं की है। भारत रूसी आक्रमण पर संयुक्त राष्ट्र के मंचों पर वोटों से दूर रहा है। भारत यूक्रेन में कूटनीति और बातचीत के माध्यम से युद्ध रोकने की मांग कर रहा है। उन्होंने कहा कि यह समय भारत के साथ मिलकर काम करने का है। एक तरफ जहां भारत के पास पड़ोसी राष्ट्र के रूप में कट्टरपंथी परमाणु हथियार वाला पाकिस्तान है तो वहीं दूसरी तरफ चीन है जो भारत को धमकाने की कोशिश करता रहता है। भारत एक ऐसी जगह है जिस पर हमें ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है। यहां हमारे पास बहुत कुछ करने के अवसर हैं।

Share.

Comments are closed.

Exit mobile version