Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Wednesday, May 28
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»Jharkhand Top News»हर चुनाव में राजनीतिक जागरुकता का परिचय देते हैं खूंटी के मतदाता
    Jharkhand Top News

    हर चुनाव में राजनीतिक जागरुकता का परिचय देते हैं खूंटी के मतदाता

    SUNIL SINGHBy SUNIL SINGHApril 13, 2024No Comments3 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    -लोकसभा और विधानसभा चुनाव में बदल जाते हैं चुनाव परिणाम

    खूंटी । खूंटी, रांची, सरायकेला, गुमला और सिमडेगा पांच जिलों में फैला जनजातीय बहुल खूंटी संसदीय क्षेत्र को भले ही पिछडा़ क्षेत्र माना जाता हो, पर राजनीतिक रूप से यहां के लोग काफी जागरूक हैं। यही कारण है कि हर लोकसभा और विधानसभा चुनाव में यहां के राजनीतिक समीकरण बदलते रहते हैं और इसका असर चुनाव परिणाम पर पड़ता है।

    लोकसभा चुनाव 2019 का ही उदाहरण लें, तो जिस विधानसभा क्षेत्र में लोकसभा चुनाव में भाजपा को प्रचंड बहुमत मिला था, वही छह महीने के बाद हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा को वहां मुंह की खानी पड़ी। इसके विपरीत जहां लोकसभा चुनाव में भाजपा को कांग्रेस की तुलना में कम वोट मिले थे, वहीं उसी वर्ष हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी अच्छे-खासे वोट से जीत गये।

    लोकसभा चुनाव में तमाड़ विधानसभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी अर्जुन मुंडा को कुल 86352 तथा कांग्रेस को 44870 वोट मिले थे। वहीं उसी वर्ष हुए विधानसभा चुनाव में तमाड़ सीट पर झामुमो के उम्मीदवार विकास सिंह मुंडा को जीत मिली। भाजपा प्रत्याशी रीता देवी महज 18082 वोट लाकर तीसरे स्थान पर रही थी। उस चुनाव में विकास मुंडा को 55491 वोट मिले थे, जबकि आजसू पार्टी को 24520 वोट मिले थे। पूर्व मंत्री राजा पीटर 16517 वोट लाकर चौथे स्थान पर थे। इसी प्रकार पिछले लोकसभा चुनाव में खरसावां क्षेत्र में अर्जुन मुंडा को कुल 88852 तथा कांग्रेस को 55971 वोट मिले थे।

    इन दोनों विधानसभा सीट में भाजपा की कुल बढ़त 74362 वोट की रही और यही दोनों विधानसभा क्षेत्र में मिले मत भाजपा की जीत और कांग्रेस की हार का कारण बने। इसके विपरीत छह माह बाद हुए विधानसभा चुनाव में झामुमो के चंपाई सोरेन जो वर्तमान मुख्यमंत्री हैं, ने विजय का सेहरा अपने माथे बांध लिया था। विधानसभा चुनाव में चंपाई सोरेन को 111195 वोट मिले थे, वही भाजपा प्रत्याशी गणेश महली को 95482 मत मिले थे। आजसू के अनंत राम टुडू को 9931 वोट मिले थे।

    इसी प्रकार 2019 के लोकसभा चुनाव में तोरपा विधान सभा क्षेत्र में कांग्रेस प्रत्याशी कालीचरण मुंडा को 21158 वोट की बढ़त मिली, कांग्रेस को यहां 65122 तथा भाजपा को 43964 वोट मिले, लेकिन नवंबर में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा के कोचे मुंडा ने बाजी मार ली। कोचे मुंडा को 43482 वोट मिले थे, जबकि उनके निटतम प्रतिद्वंद्वी झामुमो और कांग्रेस के संयुक्त उम्मीदवार सुदीप गुड़िया को 33852 वोट मिले थे। लोकसभा चुनाव 2019 में खूंटी विधान सभा क्षेत्र में भाजपा को 51410 वोट मिले, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी कालीचरण मुंडा को यहां 72812 वोट मिले, लेकिन विधानसभा चुनाव में भाजपा के नीलकंठ सिंह मुंडा ने झामुमो के सुशील पाहन को 26327 वोटों से पराजित कर दिया।

    उस चुनाव में नीलकंठ सिंह मुंडा को 59198 वोट मिले थे, जबकि सुशील पाहन को 32871 मत मिले थे। लोकसभा चुनाव में अर्जुन मुंडा को सिमडेगा विधान सभा क्षेत्र में भाजपा को 66122 वोट तथा कांग्रेस को 71894 वोट मिले, यहां पर भाजपा 5772 वोट से पीछे रही, जबकि विधानसभा चुनाव में भाजपा के श्रद्धानंद बेसरा कांग्रेस के भूषण बाड़ा से महज 285 वोटों के अंतर से हार गये थे। भूषण बाड़ा को 60651 वोट मिले थे, जबकि श्रद्धानंद बेसरा को 60366 मत मिले थे। कोलेबिरा में कांग्रेस को प्रत्याशी को यहां पर 24932 वोट से बढ़त मिली थी। यहां भाजपा को 44866 तथा कांग्रेस को 69798 वोट मिले थे।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleरामगढ़ में ब्राउन शुगर और गांजा के साथ तीन तस्कर गिरफ्तार
    Next Article संजय सिंह बोले तिहाड़ जेल में केजरीवाल हो रहे प्रताड़ित
    SUNIL SINGH

      Related Posts

      जैक ने जारी किया मैट्रिक का रिजल्ट, 91.7 प्रतिशत बच्चे सफल

      May 27, 2025

      रांची में अड्डेबाजी के खिलाफ चलाया गया अभियान

      May 27, 2025

      पलामू में नक्सली तुलसी भुइयां ढेर, एसएलआर बरामद

      May 27, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • प्रधानमंत्री का पाकिस्तान पर निशानाः सिंधु जल समझौते पर अभी कार्रवाई शुरू नहीं की, वे पहले ही घबरा गए
      • अपने ठिकानों से भागे आतंकी फिर से शिविरों में लौटने लगे, सुरक्षाबल चौकस : बीएसएफ
      • गांधीनगर में प्रधानमंत्री मोदी का भव्य रोड शो, हजारों की भीड़ उमड़ी
      • पटना एम्स के जूनियर डॉक्टर की काेराेना रिपोर्ट पॉजिटिव, तीन हुई संक्रमित मरीजाें की संख्या
      • प्रधानमंत्री मोदी ने केंद्रीयमंत्री गडकरी को जन्मदिन की बधाई दी
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version