मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि झारखंड के आदिवासियों-मूलवासियों और यहां के निवासियों के लिए हमने मोदी वाली केंद्र सरकार से पीएम आवास मांगा था, मगर आज वोट लेने के लिए खुद को आदिवासियों का हितैषी बताने वाली सरकार ने यहां के लोगों को आवास नहीं दिया। तब हमने अबुआ आवास योजना चला कर गरीबों-आदिवासियों के सरों पर छत देने का काम किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री केवल जुमलेबाजी कर रहे हैं। देश और झारखंड की जनता के लिए उन्होंने कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा कि अगर आगामी लोकसभा चुनाव में भगवा पार्टी नहीं हारी, तो भाजपा आदिवासियों की जमीन लूट लेगी और उन्हें जंगलों और कोयला वाले क्षेत्रों से उखाड़ फेंकेगी। केंद्र की भाजपा सरकार ने आदिवासी अधिकारों की रक्षा करने वाले विभिन्न कानूनों में संशोधन करने का प्रयास किया। राज्य में गठबंधन सरकार ऐसे प्रयासों का विरोध करेगी। चंपाई ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भाजपा की रणनीति को समझ गये हैं। इसलिए उन्हें जमीन के मामले मे उलझा कर जेल में डाल दिया गया। मुख्यमंत्री के अलावा गुलाम अहमद मीर, राजेश ठाकुर, आलमगीर आलम, भूषण तिर्की सहित अन्य लोगों ने भी सभा को संबोधित किया।