नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने हरियाणा के गुरुग्राम स्थित डीएलएफ लैंड डील घोटाले के मामले में लगातार दूसरे दिन बुधवार को कई घंटे पूछताछ की। रॉबर्ट वाड्रा ने पूछताछ के बाद कहा कि उन्हें सच पर भरोसा है और वे किसी भी तरह के दबाव का सामना करने के लिए तैयार हैं। राबर्ट वाड्रा के साथ आज उनकी पत्नी और कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा भी मौजूद रहीं। इडी ने रॉबर्ट वाड्रा को गुरुवार सुबह 11 बजे नई दिल्ली में स्थित एजेंसी के हेड क्वार्टर में पूछताछ के लिए बुलाया है।
इससे एक दिन पहले मंगलवार को इडी के अधिकारियों ने इस मामले में रॉबर्ट वाड्रा से करीब छह घंटे मैराथन पूछताछ की थी। इसके बाद आज फिर उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया गया। केंद्रीय जांच एजेंसी की ओर से यह साफ कर दिया गया है कि रॉबर्ट वाड्रा से कल भी पूछताछ होगी। इडी दफ्तर से दफ्तर से बाहर निकलते समय रॉबर्ट वाड्रा कहा, “हां, उन्होंने मुझे कल भी पूछताछ के लिए बुलाया है। वे मुझे बुलाते रहेंगे…।”
रॉबर्ट वाड्रा आज मध्य दिल्ली के सुजान सिंह पार्क स्थित अपने घर से 2 किलोमीटर पैदल चलकर एपीजे अब्दुल कलाम रोड स्थित इडी के मुख्यालय पहुंचे। वाड्रा ने रास्ते में पत्रकारों से बात करते हुए बताया कि यह मामला करीब 20 साल पुराना है। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि उन्हें राजनीतिक प्रतिशोध के तहत निशाना बनाया जा रहा है। वाड्रा ने कहा कि मैं जांच एजेंसियों के कार्यालयों में 15 बार गया हूं। मुझसे एक बार में 10 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की गई, मैंने 23,000 दस्तावेज जमा किए हैं। फिर वे मुझसे एक हफ्ते में ये दस्तावेज फिर से जमा करने के लिए कहते हैं, यह कैसे चल सकता है?’
केंद्रीय जांच एजेंसी इडी हरियाणा में 2008 के एक जमीन सौदे से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच कर रही है। आरोप है कि तत्कालीन भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व वाली हरियाणा की कांग्रेस सरकार ने कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा के पति रॉबर्ट वाड्रा की इस डीएलएफ जमीन घोटाले में मदद की थी।