रांची: झारखंड में रघुवर सरकार ने एक नया इतिहास रच दिया है। मुख्यमंत्री रघुवर दास और टीम झारखंड के अथक प्रयास से राज्य ने औद्योगिक आकाश में उड़ान भर दी है। वह दिन अब दूर नहीं है, जब औद्योगिक क्षितिज में झारखंड का नाम सुनहरे अक्षरों में चमकेगा। खेलगांव के निकट होटवार में एक साथ 21 औद्योगिक परियोजनाओं को धरातल पर उतारा गया। साथ ही यह दिन इतिहास में दर्ज हो गया कि मोमेंटम झारखंड के दौरान हुए एमओयू के मात्र 90 दिन बाद ही उद्योगों को जमीन पर उतारा गया। इसके साथ ही राज्य में नौकरी के द्वार खुल गये हैं। खासकर अनपढ़ और गरीब कामगारों में नयी आस जगी है। टीम झारखंड ने राज्य की साढ़े तीन करोड़ जनता के सपनों को पंख लगाये हैं।
रखी झारखंड नवनिर्माण की नींव
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने गुरुवार को झारखंड के नवनिर्माण की नींव रखी। उन्होंने 21 परियोजनाओं का शिलान्यास और तीन उद्योगों का शुभारंभ किया। इनमें मुख्य रूप से छह टेक्सटाइल उद्योग हैं, जिनमेेंं 21 हजार से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलेगा। इनमें 320 करोड़ का निवेश हो रहा है। इसके अलावा बोकारो में 300 बेड के सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल की आॅनलाइन आधारशिला भी रखी गयी। इसमें 710 करोड़ का निवेश और करीब 21,184 हजार लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार सुनिश्चित हुआ है।
वह भी गुरुवार था और यह भी गुरुवार है
झारखंड को 21 औद्योगिक परियोजनाओं की सौगात देते हुए मुख्यमंत्री रघुवर दास नयी भूमिका में नजर आये। उत्साह से लबरेज दिखे। एक ओर जहां वह राज्य के विकास की परिकल्पना को साकार होते देख प्रसन्न थे, वहीं विरोधियों को राजनीतिक नसीहत देने से भी नहीं चूके। अपने संबोधन की शुरुआत में ही उन्होंने इसे सुखद संजोग बताया कि 16 फरवरी को जब मोमेंटम झारखंड की शुरुआत हुई, तो उस दिन भी गुरुवार था और आज अब उद्योगों की आधारशिला रखी जा रही है, तो भी गुरुवार है।
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि हमारी सरकार केवल वादा नहीं करती है, उसे पूरा भी करती है। आज झारखंड के लिए ऐतिहासिक क्षण है। मोमेंटम झारखंड के दौरान किये गये एमओयू में से 21 का शिलान्यास तथा तीन का उदघाटन किया जा रहा है। 100 दिन से भी कम अवधि में धरातल पर परिणाम दिखने लगे हैं। इससे झारखंड के प्रति देश-दुनिया में लोगों का विश्वास बढ़ेगा। कहा कि राज्य गठन के बाद पहली बार मोमेंटम झारखंड की परिकल्पना को साकार किया गया । इससे हजारों लोगों को प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से रोजगार मिलेगा।
मैंने कहा था, एमओयू सिर्फ हेडलाइंस बनने के लिए नहीं
मुख्यमंत्री ने तीन माह पहले के अपने बयान को याद करते हुए कहा कि हमने तब भी कहा था कि हम एमओयू सिर्फ हेडलाइंस बनने के लिए नहीं कर रहे। आज हम एमओयू को धरातल पर भी उतार रहे हैं। काम शुरू हो गया है। इससे झारखंड के प्रति देश-दुनिया में लोगों को विश्वास बढ़ेगा। लोगों को रोजगार मिलेगा। हमारी बहन-बेटियों को रोजगार के लिए दूसरे राज्यों में नहीं जाना होगा। आज एक नये अध्याय की शुरुआत हुई है। आज पीएम के मेक इन इंडिया का सपना पूरा हो रहा है और मेक इन झारखंड के तहत मोमेंटम झारखंड का आयोजन किया गया। अब राज्य नये औद्योगिक युग में प्रवेश कर रहा है।
जुलाई में 1000 करोड़ के निवेश का उद्घाटन
मुख्यमंत्री ने कहा कि जल्द ही इन कंपनियों में उत्पादन शुरू हो जायेगा। जुलाई में एक बार फिर 1000 करोड़ के निवेश का उद्घाटन और शिलान्यास किया जायेगा। इनमें आइटी, ओटोमोबाइल कंपोेनेंट इत्यादि कंपनियां होंगी। झारखंड में निवेशकों को किसी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए निवेश बोर्ड की स्थापना की गयी है। एमओयू की प्रगति की समीक्षा वे स्वयं कर रहे हैं। निवेशकों को कार्यालय के चक्कर न काटने पड़ें, इसके लिए प्रभावशाली सिंगल विंडो सिस्टम बनाया गया है। जिलों के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश है कि किसी भी निवेशक को एक बार के बाद दुबारा कार्यालय आने की जरूरत ना पड़े।