Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Friday, May 9
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»Top Story»कुलभूषण के जीवन को खतरे में देखकर अंतरराष्ट्रीय कोर्ट गए- विदेश मंत्रालय
    Top Story

    कुलभूषण के जीवन को खतरे में देखकर अंतरराष्ट्रीय कोर्ट गए- विदेश मंत्रालय

    आजाद सिपाहीBy आजाद सिपाहीMay 10, 2017No Comments2 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    विदेश मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि भारतीय नौसेना के सेवानिवृत्त अधिकारी कुलभूषण जाधव के मुद्दे पर भारत ने अंतरराष्ट्रीय अदालत (आईसीजे) में जाने का निर्णय इसलिए किया क्योंकि उन्हें अवैध रूप से पाकिस्तान में हिरासत में रखा गया था और वहां उनका जीवन खतरे में था। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने संवाददाताओं से कहा कि यह निर्णय सावधानीपूर्वक विचार विमर्श करके लिया गया था।

    कुलभूषण जाधव के मुद्दे पर आईसीजे में जाने पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि भारत ने उच्चायोग संपर्क (काउंसलर एक्सेस) के लिए 16 बार अनुरोध किया लेकिन इसे इंकार कर दिया गया। हमने मौखिक और लिखित में कई बार जाधव मामले में चलायी गई प्रक्रिया के बारे में जानकारी मांगी लेकिन पाकिस्तान की ओर से इस मामले के दस्तावेजों से जुड़ी हमारी मांग पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई। बागले ने कहा कि पाकिस्तानी सैन्य अदालत के आदेश के खिलाफ जाधव के परिवार की अपील की स्थिति के बारे में कोई जानकारी नहीं है।

    उन्होंने कहा कि जाधव मामले में भारत ने सावधानीपूर्वक चर्चा के बाद आईसीजे जाने का फैसला किया क्योंकि वह अवैध रूप से पाकिस्तानी हिरासत में है और उसकी जिंदगी खतरे में है जिन्हें अपहृत कर वहां लाया गया है। उन्हें निष्पक्ष जांच का मौका भी नहीं दिया जा रहा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि विदेश मंत्री सुषमा ने 27 अप्रैल को पाकिस्तान के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज को एक खत लिखकर अनुरोध किया था कि जाधव के परिवार को वीजा दिया जाए। लेकिन उनके परिवार को अभी तक वीजा नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ अधिवक्ता हरीष साल्वे भारत की तरफ से इस मामले की वकालत कर रहे हैं।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleभारत में हर जगह से शहीद हुए, गुजरात का कोई हो तो बताओ: अखिलेश
    Next Article Wipro और TCS के बाद इंफोसिस भी करेगी बड़े पैमाने पर इंजीनियरों की छंटनी
    आजाद सिपाही
    • Website
    • Facebook

    Related Posts

    सरायकेला में रंगदारी नहीं देने पर दुकानदार को गोली मारी

    May 9, 2025

    झारखंड कैबिनेट की बैठक संपन्न, 34 प्रस्तावों को मिली मंजूरी

    May 9, 2025

    झारखंड का तापमान पहुंचा 40 डिग्री

    May 9, 2025
    Add A Comment

    Comments are closed.

    Recent Posts
    • सरायकेला में रंगदारी नहीं देने पर दुकानदार को गोली मारी
    • झारखंड कैबिनेट की बैठक संपन्न, 34 प्रस्तावों को मिली मंजूरी
    • झारखंड का तापमान पहुंचा 40 डिग्री
    • बलूचिस्तान की स्वतंत्रता के दावे से पाकिस्तान में खलबली
    • मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला हालात का जायजा लेने जम्मू पहुंचे
    Read ePaper

    City Edition

    Follow up on twitter
    Tweets by azad_sipahi
    Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
    © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

    Go to mobile version