भोपाल: गुरुवार सुबह दिल का दौरा पड़ने से केबिनेट मंत्री और बीजेपी के कद्दावर नेता अनिल माधव दवे का निधन हो गया था। अनिल भारत सरकार में पर्यवरण मंत्री थे। वह मध्यप्रदेश से बीजेपी का प्रनिनिधित्व करते थे। आज उनका नम आखों से अंतिम संस्कार किया इस दौरान बीजेपी के कई वरिष्ठ नेताओं के साथ हजारों की संख्या में लोगों ने उनकी अंतिम यात्रा में हिसा लिया।
केंद्रीय पर्यावरण मंत्री अनिल माधव दवे का शुक्रवार सुबह अंतिम संस्कार उनकी इच्छा के अनुरूप होशंगाबाद जिले में नर्मदा नदी के तट पर बांद्राभान में राजकीय सम्मान के साथ कर दिया गया। अनिल माधव दवे भारत सरकार में पर्यवरण मंत्री के तौर पर थे। इसके साथ ही उन्हें एमपी के कद्दावर नेताओं में गिना जाता था। गुरुवार को निधन के बाद से उनके निवास पर समर्थकों और कई नेताओं का जमाबडा लगने लगा था। शुक्रवार को उनके शव को तिरंगे में लपेट कर अंतिम तयार निकाली गयी।
उनकी अंतिम यात्रा में राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, अनंत कुमार उमा भारती, हर्षवर्धन, प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान, राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कई वरिष्ठ पदाधिकारी सिंह हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए। दवे के निधन के बाद उनकी वसीयत सामने आई थी, जिसमें उन्होंने अंतिम संस्कार बांद्राभान में किए जाने की इच्छा जताई थी। इसके अलावा उनकी अंतिम इच्छा के अनुसार बांद्राभान में उनका अंतिम संस्कार किया गया। बांद्राभान वह स्थान है, जहां दवे हर दो वर्ष में अंतर्राष्ट्रीय नदी महोत्सव आयोजित किया करवाते थे। अनिल दवे की इच्छा के मुताबिक उनके पार्थिव शरीर को भोपाल से होशंगाबाद के बांद्राभान ले जाया गया, जहां पूरे राजकीय सम्मान के उन्हें मुखाग्नि दी।
बतादें कि गुरुवार को अनिल माधव दवे का दिल का दौरा पूरा दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था। दवे के निधन पर पूरी बीजेपी पार्टी समेत देश के बड़े नेताओं ने उनके निधन पर दुख व्यक्त किया था। दवे के निधन पर देशभर में लोगों ने शोक व्यक्त कर भारत के तिरंगे को कुछ देर के लिए झुकाकर अनिल दवे को श्रद्दांजलि दी गयी।