आपने तालिबान और आईएसआईएस द्वारा ‘सजा’ देने के खौफनाक तरीकों के बारे में सुना होगा कि किस तरह वे निर्दयतापूर्वक लोगों को मौत के घाट उतारते हैं। अफ्रीकी देश माली में भी ऐसी ही एक घटना दोहराई गई है।
यहां के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में इस्लामी कट्टरपंथियों ने अविवाहित जोड़े की पत्थर मार-मारकर जान ले ली। गौरतलब है कि जिहादी गुटों ने 2012 में इस इलाके पर कब्जा कर लिया था।
इसके बाद 2013 में फ्रांसीसी सेना ने एक आॅपरेशन चलाया और जिहादियों को यहां से खदेड़ दिया। हालांकि ये गुट पूरी तरह खत्म नहीं हुए और बीच-बीच में हमले कर अपनी उपस्थिति दर्ज कराते रहे।
यूं दिया खौफनाक घटना को अंजाम
स्थानीय मीडिया के अनुसार, कट्टरपंथियों ने दो गड्ढे खोदे। एक में पुरुष और दूसरे में महिला को खड़ा किया गया। इसके बाद उन पर पत्थर बरसाए गए। पत्थर बरसाने का यह सिलसिला तब तक नहीं रुका जब तक कि दोनों की मौत नहीं हो गई। विभिन्न मानवाधिकार संगठनों ने इस घटना पर दुख जताया और कड़े शब्दों में निंदा की है।