रांची : प्रधानमंत्री वरिष्ठ पेंशन बीमा योजना का भारतीय जीवन बीमा निगम द्वारा बगैर प्रचार किए एक हजार करोड़ रुपये के प्रीमियम जमा हो चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के वरिष्ठ नागरिकों के लिए यह योजना शुरू करने की घोषणा की थी।

बैंक ने इस योजना को चलाने में असमर्थता व्यक्त की थी। स्टेट बैंक ने तो कह दिया था कि सरकार पैसा देगी तभी यह योजना शुरू की जा सकती है। अब इस योजना को चलाने की जिम्मेवारी भारतीय जीवन बीमा निगम को दी गयी हैं। इस योजना के शुरू होने से बैंकों में एफडी पर प्रभाव पड़ेगा। लोग एफडी के बदले 8 प्रतिशत ब्याज पर एलआईसी में एक साथ साढ़े सात लाख रुपये जमा करना पसंद करेंगे। भारतीय जीवन बीमा निगम को उम्मीद है कि भारी संख्या में वरिष्ठ नागरिक इस जीवन बीमा योजना से जुड़े हैं।

इस स्कीम के तहत भारतीय जीवन बीमा निगम दस वर्षों तक इस स्कीम से जुड़ने वाले वरिष्ठ नागरिकों को गारंटी के तौर पर 8 प्रतिशत व्याज पेंशन के रूप में प्रतिमाह देगा। इस योजना का उद्देश्य वरिष्ठ नागरिकों को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करना है। इस योजना के तहत पेंशन का भुगतान मासिक, तिमाही, अर्द्घवार्षिक एवं वार्षिक में ले सकते हैं। यह योजना 60 वर्ष या उससे ऊपर उम्र के नागरिको के लिए होगी।

एनडीए की सरकार में अपने पहले कार्यकाल में वरिष्ठ पेंशन बीमा योजना लागू की थी। इस योजना के तहत 3.16 लाख वरिष्ठ नागरिक लाभान्वित हुए थे। इसके लिए 6,095 करोड का फंड बनाया गया था। इस बार इस योजना को एलआईसी को सौंप दिया गया।

झारखंड में भी इस योजना के प्रति अच्छा रिस्पांस है। हालांकि वरिष्ठ नागरिक इस योजना को काफी उपयोगी मानते हैं, लेकिन उनका कहना है कि एक नहीं राशि दस वर्ष के लिए ब्लॉक हो जाएगी। एक वरिष्ठ नागरिक ने कहा कि एफडी को कभी भी तोड़ा जा सकता है। उन्होंने कहा कि ब्याज दर और भी कम हो सकती है।

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