रांची: सिपेट के शिलान्यास के मौके पर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि आज झारखंड के लिए महत्वपूर्ण दिन है। राज्य के बेरोजगार नौजवानों के हाथ में हुनर देकर उन्हें अपने पैरों पर खड़ा होने का अवसर मिलेगा। हमारे देश में कुशल कामगारों की भारी कमी है। जहां दक्षिण कोरिया में 96 प्रतिशत, जापान में 80 प्रतिशत, जर्मनी में 75 प्रतिशत, इंग्लैंड में 86 प्रतिशत कुशल कामगार हैं। हमारे देश में मात्र 10 प्रतिशत कुशल कामगार उपलब्ध हैं। हम दुनिया के सबसे नौजवान देश हैं। पीएम का सपना है-नौजवानों को कुशल बनाकर न केवल बेरोजगारी से मुक्त करा सकते हैं, बल्कि देश के विकास में अहम योगदान दे सकते हैं।

प्लास्टिक की मांग बढ़ी
केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री अनंत कुमार ने कहा कि आज के आधुनिक युग में प्लास्टिक का महत्व बढ़ गया है। सड़क, आवास, कार से लेकर मंगलयान बनाने में भी प्लास्टिक का उपयोग हो रहा है। आज इस क्षेत्र में 10 लाख लोगों की जरूरत है, परंतु अभी लगभग दो लाख कुशल लोग ही उपलब्ध हैं। इसमें करियर की असीम संभावना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युवाओं के हाथ में हुनर देने के लिए ही स्किल इंडिया का नारा दिया है। आनेवाले दिनों में झारखंड प्लास्टिक हब के रूप में विकसित हो सकता है।

आइआइटी की बराबरी करेगी सिपेट: सीपी सिंह
नगर विकास मंत्री सीपी सिंह ने कहा कि यह जमाना प्लास्टिक का है। इसलिए आनेवाले दिनों में सिपेट आइआइटी की बराबरी करेगा। इसकी मांग बढ़ेगी। इसलिए आज जरूरत है कि झारखंड के हर जिले में सिपेट खोला जाये, ताकि पूरे राज्य के युवाओं को यहां कोर्स करने का मौका मिले, सभी को रोजगार मिले।
कार्यक्रम में सांसद रामटहल चौधरी, विधायक जीतू चरण राम, केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक सचिव अनुज कुमार विश्नोई, पेट्रोकैमिकल सचिव अपर्णा शर्मा, मुख्य सचिव राजबाला वर्मा, अपर मुख्य सचिव अमित खरे, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव संजय कुमार, उद्योग सचिव सुनील बर्णवाल, सिपेट के महानिदेशक एसके नायक, सिपेट के प्रबंधक रतन कुमार समेत अन्य लोग उपस्थित थे।

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