रांची: भाकपा माओवादी के रीजनल कमांडर नकुल यादव उर्फ अर्जुन उर्फ जवाहर यादव ने गुरुवार को पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। नकुल यादव ने डीआइजी अमोल वेणुकांत होमकर के समक्ष सरेंडर किया। उस पर 15 लाख का इनाम था। उसके साथ संगठन के ही सब जोनल कमांडर मदन यादव ने भी हथियारों के साथ सरेंडर किया। मदन पांच लाख का इनामी है। इस दौरान एडीजी आरके मल्लिक ने आत्मसमर्पण नीति के तहत मिलने वाली पुरस्कार राशि के रूप में नकद 50 हजार रुपये और चेक सौंपे।
144 कांडों में था फरार
नकुल यादव चतरा जिला के कुंदा थाना स्थित जोबिया गांव का रहने वाला है। उसके खिलाफ राज्य के विभिन्न जिलों में अपराध के कई मामले दर्ज हैं। इनमें लोहरदगा जिले में लगभग 64, लातेहार में 51, गुमला में 23, पलामू में 04 और रांची में 02 मामले हैं। वहीं माओवादी मदन यादव उर्फ मदन गोप गुमला जिले के बिशुनपुर थाना स्थित रेहलदाग गांव का रहनेवाला है।
90 से अधिक बच्चों को करा चुका है संगठन में शामिल
नकुल यादव पर 90 से अधिक बच्चों को जबरन संगठन में शामिल कराने का आरोप है। पिछले 12 अप्रैल से ही नकुल पुलिस एवं खुफिया अधिकारियों के साथ था। इसके बाद उसके दस्ते के कई सदस्यों ने लोहरदगा पुलिस के सामने सरेंडर भी किया।
हथियारों का जखीरा बरामद
नकुल एवं मदन को लेकर पुलिस लोहरदगा और गुमला इलाके में छापामारी अभियान चला रही थी। इस दौरान पुलिस ने भारी मात्रा में हथियारों का जखीरा बरामद किया है। पुलिस ने नक्सलियों के एलएमजी, एके 47, एसएलआर, 3 इंसास, 6 रायफल, 7 वॉकी टॉकी, 3347 राउंड कारतूस और 32 मैगजीन सहित अन्य सामान बरामद किये हैं। नक्सलियों के पास आधुनिक हथियार देख पुलिस सकते में है।