रांची। ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि अच्छी खबर है कि अन्य प्रदेशों में लोग ट्रेन के द्वारा झारखंड पहुंच रहे है। राज्य सरकार के आवेदन स्वीकृत कर केंद्र सरकार द्वारा पहली ट्रेन भेजने के लिए केंद्र सरकार को भी बधाई है।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की महत्वपूर्ण पहल काम आयी है। मंत्री आलमगीर आलम और कृषि मंत्री बादल पत्रलेख शुक्रवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आवास पर मुलाकात के बाद पत्रकारों से बोल रहे थे। आलम ने कहा कि बाहर से आने वाले प्रवासी मजदूरों के लिए रोजगार मुहैया कराना चुनौती होगी। इसी सिलसिले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात कर विचार विमर्श किया गया। इसमें इन प्रवासी मजदूरों के लिए रोजगार देने का सबसे महत्वपूर्ण माध्यम मनरेगा है। इसके लिए हम लोग 100 दिन के कार्य दिवस को बढ़ाकर डेढ़ सौ से 200 दीन करने का निर्णय लिया है। सभी विभागों में नयी योजनाएं लाकर मनरेगा के माध्यम से काम कराया जायेगा, ताकि इन लोगों को रोजगार मिल सके। उन्होंने कहा कि सभी पंचायत के मुखिया ओं को एक एक लाख रुपया दिया गया है ताकि वह आवश्यक वस्तुओं की खरीदारी पर खर्च कर सके। कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि मौजूदा जो समस्या हमारे सामने है उसे कोई एक विभाग हल नहीं कर सकता है। इस संबंध में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से विचार-विमर्श के लिए मंत्रिमंडल की उपसमिति की बैठक में पहुंचे थे। बादल ने कहा कि सरकार से मांग की हैं कि अलग से 5000 करोड़ का एक फंड बनाया जाये। यह जरूरत है ताकि इन मजदूरों को रोजी रोटी और रोजगार की व्यवस्था हो सके। विभिन्न राज्य में फंसे अन्य प्रवासी मजदूर और छात्र-छात्राओं को अपने गंतव्य स्थान तक पहुंचाने के लिए भी गहन मंथन चल रहा है।

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