विशेष ट्रेन परिचालन की ”गलत सूचना” के बाद हजारों प्रवासी मजदूर शनिवार को बेंगलुरु के पैलेस ग्राउंड में उमड़ पड़े। ट्रेन से गृह राज्य लौटने की उम्मीद लेकर पहुंचे ओडिशा और उत्तर-पूर्वी राज्यों के इन प्रवासी मजदूरों के सैलाब से यहां अफरा-तफरी मच गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
सूत्रों ने कहा कि वे लोग गलत सूचना के कारण इकट्ठा हो गए थे। उन्होंने कहा कि करीब 1500 लोगों ने अपने गृह राज्य वापस जाने के लिए सेवा सिंधु ऐप के जरिए पंजीकरण कराया था और ऐसे सभी लोगों को मैसेज भेजकर पैलेस ग्राउंड में एकत्र होने को कहा गया था ताकि उनकी स्वास्थ्य जांच के बाद बस से संबंधित रेलवे स्टेशन पर भेजा जा सके।
लेकिन, कुछ लोगों ने अन्य लोगों को भी वही मैसेज भेज दिया, जिससे असमंजस की स्थिति पैदा हो गई। इसके बाद वहां भारी संख्या में प्रवासी मजदूर पहुंच गए और अराजक स्थिति बन गई।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री के सुधाकर के कार्यालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक, मंत्री मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाया। बयान के मुताबिक, सुधाकर ने ओडिशा और उत्तर-पूर्वी राज्यों के प्रवासी मजदूरों से बातचीत की और सभी से संयम बरतने की अपील करते हुए उन्हें सरकारी खर्चे पर वापस भेजे जाने का प्रबंध करने का आश्वासन दिया।
उन्होंने मुख्य सचिव और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से भी बात की और उन्हें भ्रम दूर करने के लिए कदम उठाने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने लोगों से प्रशासन के साथ सहयोग करने की भी अपील की।
मंत्री ने प्रवासी मजदूरों से कहा कि उन्हें सुरक्षित घर भेजने के लिए सरकार हर संभव प्रयास करेगी।