अपने ताजा ट्वीट में राहुल गांधी लिखते हैं, ‘मुझे शवों के फ़ोटो साझा करना अच्छा नहीं लगता। देश-दुनिया फ़ोटो देखकर दुखी है लेकिन जिन्होंने मजबूरी में मृत प्रियजनों को गंगा किनारे छोड़ दिया, उनका दर्द भी समझना होगा- ग़लती उनकी नहीं है। इसकी ज़िम्मेदारी सामूहिक नहीं, सिर्फ़ केंद्र सरकार की है!’
कोविशिल्ड बनाने वाली एसआईआई के आरोप का जिक्र करते हुए राहुल गांधी अपने ट्वीट में लिखते हैं, ‘एक तो महामारी, उस पर प्रधान अहंकारी!’ एसआईआई ने मोदी सरकार पर आरोप लगाया है कि स्टॉक, डब्ल्यूएचओ की गाइडलाइंस की ध्यान रखे बिना कोरोना वैक्सीन का उत्पादन हो रहा है।
इससे पहले राहुल ने अपने ट्वीट में एक चार्ट शेयर करते हुए लिखा, ‘वैक्सीन नहीं है, जीडीपी निम्नतम स्तर पर है, मौत का आंकड़ा शीर्ष पर है और सरकार की प्रतिक्रिया सिर्फ पीएम मोदी के रोने को लेकर आ रही है। बता दें कि चार्ट में एशिया के देशों में कोरोना महामारी, मृत्यु दर प्रति 10 लाख और जीडीपी ग्रोथ का जिक्र किया गया है। इस लिस्ट में भारत सबसे नीचे पायदान पर नजर आ रहा है।
कोरोना हालातों से निपटने को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के कटाक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखे होते जा रहे हैं। इसके अलावा राहुल की अगुवाई में कांग्रेस के नेताओं ने भी मोर्चा संभाल लिया है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने पीएण मोदी पर निशाना साधते हुए कई ट्वीट किए हैं।