संक्रमण के दौरान अनाथ हुए बच्चों के संरक्षण के लिए हेल्पलाइन

अनाथ बच्चों की देखभाल के बदले दी जायेगी आर्थिक सहायता भी

रांची समेत सभी जिलों में चाइल्ड केयर हेल्पलाइन शुरू

आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कोरोना महामारी के दौरान अनाथ हुए बच्चों का ध्यान रखने की घोषणा की है। उनके निर्देश के बाद पूरे राज्य में ऐसे बच्चों की उचित देखभाल सुनिश्चित करने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है। गुरुवार को सीएम ने कहा कि सरकार का प्रयास होगा कि जिन बच्चों ने संक्रमण के कारण अपने माता-पिता को खो दिया है, वे शोषण या बाल तस्करी में ना फंसें। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद रांची समेत राज्य के सभी जिला प्रशासन ने चाइल्ड केयर हेल्पलाइन शुरू करते हुए इसके लिए फोन नंबर जारी किया है।

तत्काल सहायता के लिए समर्पित टीम : जिला कल्याण पदाधिकारी द्वारा निगरानी की जानेवाली चाइल्ड केयर हेल्पलाइन में ऐसे मामलों को देखने और तत्काल सहायता प्रदान करने के लिए एक समर्पित टीम गठित की गयी है। इस आपदा के कारण अनाथ हुए बच्चों की सूचना प्रशासन द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबर पर दी जा सकती है। प्रशासन की टीम प्रभावित बच्चों को संरक्षण प्रदान करेगी। बच्चों से संबंधित विस्तृत जानकारी एकत्र करने और आवश्यकता का आकलन करने के बाद जिला बाल कल्याण समिति अंतिम निर्णय लेगी।

देखभाल करनेवाले को सहायता दी जायेगी
अनाथ हुए बच्चों के परिवार में कोई सदस्य उनकी देखभाल करने के लिए सहमत है, तो उन्हें देखभाल करने के बदले मासिक प्रोत्साहन सहायता दी जायेगी। ऐसे मामलों में बाल कल्याण समिति के सदस्य संबंधित घर का दौरा कर सर्वेक्षण करेंगे कि बच्चा उनके साथ सुरक्षित होगा या नहीं। यदि बच्चों के लिए कोई केयर टेकर उपलब्ध नहीं है, तो ऐसे मामलों में बच्चों को सरकार द्वारा चलाये जा रहे चिल्ड्रेन केयर होम ले जाया जायेगा, जहां उनकी हर तरह से देखभाल सुनिश्चित की जायेगी। इसके अलावा यह हेल्पलाइन उन बच्चों को भी अस्थायी सहायता देगी, जिनके माता-पिता अस्पताल में इलाजरत हैं।

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