* कठौतिया माइंस मामले में पूजा पर होगी विभागीय कार्यवाही
पूजा सिंघल की मुश्किलें दिन पर दिन बढ़ती ही जा रही है। एक तरफ ईडी और अब दूसरी ओर राज्य सरकार भी पूजा के खिलाफ सात साल पुराने कठौतिया कोल माइंस मामले में विभागीय कार्यवाही चलाएगी। इस मामले में पूजा के खिलाफ आरोप पत्र (प्रपत्र क) तैयार कर विभागीय कार्यवाही की स्वीकृति के लिए फाइल सीएम के पास पहुंच गयी है।
सीएम की मंजूरी मिलते ही कार्यवाही शुरू करने और संचालन पदाधिकारी बनाने की अधिसूचना जारी कर दी जाएगी। इधर, कार्मिक, भू-राजस्व, ग्रामीण विकास और मंत्रिमंडल निगरानी विभाग भी पूजा के खिलाफ अब तक दबी फाइलों को आगे बढ़ाने में जुट गया है। मनरेगा घोटाले में 11 साल पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने निगरानी जांच का आदेश दिया था।
आरोप है कि पलामू डीसी रहते पूजा ने कठौतिया में 83 एकड़ जंगल-झाड़ी को गैर मजरुआ बता निजी कंपनी को कोयला खनन के लिए दिया था। तत्कालीन कमिश्नर एनके मिश्रा ने 29 जनवरी 2015 को आरोप पत्र तैयार कर सरकार को भेजा।
पूजा सहित 7 अफसरों को दोषी मानते हुए विभागीय कार्यवाही चलाने की सिफारिश की थी। इनमें तत्कालीन भू-अर्जन पदाधिकारी उदयकांत पाठक, अवर निबंधक व पंडवा के सीओ आलोक कुमार, कार्यपालक दंडाधिकारी सौरभ प्रसाद, जया रेचल मिंज, सुधीर कुमार दास व कमल किशोर पर कार्यवाही हुई। पर, पूजा को छोड़ दिया गया।