सीबीआइ छापा के बाद भड़के बंधु तिर्की ने कहा
आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष सह मांडर विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक बंधु तिर्की ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति भ्रष्टाचार में लिप्त है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। इडी, सीबीआइ जैसी एजेंसियों की कार्रवाई का वह समर्थन करते हैं, लेकिन इन एजेंसियों का दुरुपयोग नहीं होना चाहिए। बंधु तिर्की ने कहा कि यह पहली बार नहीं हुआ है। जब भी किसी चुनाव की घोषणा होती है, उससे पहले उसके खिलाफ सीबीआइ का इस्तेमाल किया जाता रहा है। उक्त बातें बंधु तिर्की शुक्रवार को रांची के मोरहाबादी स्थित आवास पर पत्रकारों से कहीं। बंधु तिर्की ने पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास पर जम कर भड़ास निकाली। उन्होंने कहा कि सीबीआइ रेड के बाद तो रघुवर दास कहते फिर रहे हैं कि एक-दो दिन में बंधु तिर्की भीतरे चल जायेगा। तिर्की ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए, इसका समर्थन भी है, लेकिन खेल घोटाले में सीबीआइ ने तो पहले ही क्लोजर रिपोर्ट दे दी है। फिर इसे आधार बना कर कारवाई करना उचित नहीं। जब वे कोलेबिरा उपचुनाव में प्रचार करने गये थे, तब तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास ने सीबीआइ का इस्तेमाल कर इस केस को दोबारा खुलवाया था। श्री तिर्की ने कहा कि जैसे ही मांडर उपचुनाव तिथि की घोषणा हुई, इसके बाद सीबीआइ का छापा उनके यहां पड़ गया। सीबीआइ की बनहोरा स्थित मेरे पैतृक आवास और सरकारी आवास पर नौ घंटे तक छापेमारी चली। मेरे यहां सरसों के दाने के बराबर भी कुछ नहीं मिला। बंधु तिर्की ने कहा कि सीबीआइ को अगर कुछ मिला है तो उसे पब्लिक डोमेन में लाये। बंधु ने कहा कि इससे पूर्व भी सीबीआइ मेरे खिलाफ में एक भी आरोप साबित नहीं कर पायी, लिहाजा सीबीआइ को क्लोजर रिपोर्ट देनी पड़ी। उन्होंने कहा कि जो एजेंसी क्लोजर रिपोर्ट देती है, वही एजेंसी दोबारा से चार्ज करती है।
मोहरा हूं मैं, डर किसी और को दिखाया जा रहा
बंधु तिर्की ने कहा कि सीबीआइ मोटिवेट होकर काम कर रही है, वह सिर्फ मोहरा हैं। सीबीआइ का डर किसी और को दिखाया जा रहा है। इसका कारण आनेवाले राज्यसभा चुनाव और मांडर उपचुनाव है।