मेदिनीनगर। पलामू जिले में एक आदिवासी युवती का सिर मुंडवाकर गांव में घुमाने और उसके साथ मारपीट किये जाने के मामले में पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस पूर्व पंचायत समिति सदस्य पच्चू राम, वार्ड सदस्य बालेश्वर उरांव एवं कन्हाई उरांव सहित चार को पूछताछ के लिए थाना ले गई है। युवती को इलाज के लिए अस्पताल भेज दिया गया है। पुलिस का कहना है कि उसके साथ जो कुछ भी हुआ है, उसके बाद से युवती डरी हुई है और कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं है।

पाटन थाना की पुलिस ने बताया कि रविवार को पंचायत बैठाकर ग्रामीणों ने उसका सिर मुंडवा दिया था।उसके बाद उसे गांव में घुमाया गया था। उसके साथ मारपीट भी की गयी थी। बताया जाता है कि शादी से इनकार करने पर युवती को प्रताड़ित किया गया और जलील करते हुए उसके सिर के बाल मुड़कर, चूना का टिका लगाकर जूते-चप्पल का माला पहनाकर गांव में घुमाया गया और फिर जंगल में ले जाकर छोड़ दिया गया। पूरी रात युवती जंगल में रोती रही। सूचना मिलने पर पुलिस ने सक्रियता दिखाई और जंगल से युवती को गंभीर हालत में बरामद किया। युवती को बेहतर इलाज के लिए एमआरएमसीएच मेदिनीनगर में भर्ती किया गया है।

पलामू जिले के पाटन थाना क्षेत्र के जोगियाही पंचायत क्षेत्र की 25 वर्षीय युवती की शादी गत 19 अप्रैल को होनी थी, लेकिन दरवाजे पर आई बारात के बीच युवती घर से गायब हो गई थी। बारात को वापस लौटना पड़ा था। परिजन समेत गांव वाले इससे काफी गुस्से में थे। इसी बीच युवती ने अपनी भाभी को फोन कर बताया कि वह छतरपुर इलाके में रह रही है। सूचना के तुरंत बाद परिजन छतरपुर पहुंचे और युवती को घर ले आए। दो दिन पहले युवती को घर लाया गया।

एमआरएमसीएच में इलाज के दौरान युवती ने जानकारी दी कि उसके घर आने के बाद पंचायत हुई। पंचायत में डेढ़ सौ से अधिक लोग जमा थे। यहां भरी पंचायत उसे प्रताड़ित किया गया।

युवती ने बताया कि उसे शादी करने की इच्छा नहीं थी। बावजूद उसके घर वाले शादी कर रहे थे। इसी कारण वह घर से निकल गई थी। पंचायत के दौरान सतेन्द्र उरांव, बलेश्वर उरांव, पच्चू राम ने उसकी पिटाई की, जबकि उसकी चचेरी भाभी गीता देवी ने पंचायत के आदेश पर बाल काटे। पंचायत के दौरान कहा गया कि उसने शादी नहीं कर परिवार के साथ-साथ पूरे गांव की इज्जत ले ली है। ऐसे में उसका इस गांव में रहना उचित नहीं है। कुछ लोग उसकी हत्या कर देने की बात कह रहे थे। अंततः उसे मारते पीटते हुए गांव से बाहर कर दिया गया।

पीड़िता ने बताया कि उसके माता-पिता की मौत 8 साल पहले ही हो चुकी है। उसके भाई को टीबी की बीमारी है। बड़ी बहन उसकी शादी करवाना चाहती थी। दो दिन पहले जब घर लौटी उसके चचेरे भाई की अगुवाई में पंचायत बुलाई गई और तुगलुकी फरमान सुनाया गया। फिलहाल पुलिस कार्रवाई में जुटी हुई है।

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