नई दिल्ली। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शुक्रवार को ‘डेमोक्रेसी इन कोमा: साइलेंस्ड वॉयस ऑफ वुमन विक्टिम्स इन बंगाल’ पुस्तक का विमोचन किया। इस मौके पर अपने संबोधन में जेपी नड्डा ने कहा कि बंगाल में डेमोक्रेसी नाम की कोई चीज नहीं है, डेमोक्रेसी इन कोमा कहना बिल्कुल सही है। हमें लोगों को जागरुक करने की आवश्यकता है और बंगाल के गौरव को स्थापित करना है।
पश्चिम बंगाल सरकार पर निशाना साधते हुए जेपी नड्डा ने कहा कि ममता बनर्जी को यह पसंद नहीं आया कि भाजपा बंगाल में इतनी तेजी से कैसे आगे बढ़ रही है। इसको ममता पचा नहीं पाईं और इन्होंने भाजपा के कार्यकर्ताओं पर अटैक करना शुरू कर दिया। उन्होंने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि जब चुनाव प्रचार शुरू हुआ तो पहले दिन उन पर पहला हमला तब हुआ जब वे डायमंड हार्बर जा रहे थे। जब इन्होंने मुझे नहीं बख्शा तो आम आदमी के साथ क्या व्यवहार करते होंगे, आप समझ सकते हैं।
उन्होंने कहा कि हम बंगाल में बदले की बात नहीं करते, बदलाव की बात करते हैं। वहां बदलाव चाहिए और आप सबकी ताकत से हम बदलाव कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि एक तरफ हम कहते हैं कि भारत लोकतंत्र की जननी है। दूसरी ओर ममता की कार्यशैली विपक्ष को चुप कराने की है।
उन्होंने कहा कि एनसीआरबी के अनुसार, महिलाओं के खिलाफ अपराध 74.6 प्रतिशत है। महिलाओं पर एसिड अटैक के मामले में पश्चिम बंगाल अव्वल है।