-झारखंडियों को गरीबी में रख कर कांग्रेस और झामुमोवालों ने काली कमाई का अंबार लगा रखा है
राकेश सिंह
घाटशिला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घाटशिला में झामुमो, कांग्रेस और राजद गठबंधन पर निशाना साधा। उन्होंने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि साथियों, झारखंड जैसा राज्य खनिज संपदा में इतना अमीर है कि आप कल्पना भी नहीं कर सकते। लेकिन फिर भी यहां इतनी गरीबी क्यों है? उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य देखिये कि आज जैसे ही झारखंड शब्द आपके कान पर पड़ेगा, झारखंड का नाम सुनते ही आपके सामने कौन सा दृश्य आता है? एक ही नाम सामने आता है नोटों का ढेर। झारखंड सुनते ही नोटों का पहाड़ दिखता है। नोटों का पहाड़ खड़ा करनेवाले वो अफसर जेल में हैं। सेना की जमीन को हड़पने की कोशिश करनेवाले वो मुख्यमंत्री जेल में सड़ रहे है। सामान्य नागरिक को गरीबी में रख कर कांगेस और झामुमोवालों ने अपने घरों में काली कमाई का अंबार लगा रखा है।
कांग्रेस, झामुमो और राजद ने झारखंड को हर मौके पर लूटा
साथियों, कांग्रेस-झामुमो और आरजेडी जैसी पार्टियों ने हमारे झारखंड को हर मौके पर लूटा है। कांग्रेस भ्रष्टाचार की जननी है। कांग्रेस ने टू जी घोटाला किया। कोयला घोटाला किया। लूट के रिकार्ड बनाये। आरजेडी को देखिये नौकरी के बदले जो गरीब रोटी तलाशता था, वैसे गरीबों की जमीन लिखवा ली। बदले में नौकरी का वादा किया। झारखंड में झामुमो ने वही आदतें, वही चरित्र आरजेडी से सीखा है। झामुमो ने झारखंड में जमीन घोटाला किया। इन लोगों ने किसकी जमीन हड़पी? गरीब आदिवासियों की जमीन हड़पी। सेना की जमीन हड़पने की कोशिश की। सेना की जमीन हड़पनी चाहिए क्या? मैं आपसे पूछता हूं कि इनके घरों में जो नोटों के पहाड़ बरामद हुए हैं, वे पैसे किसके हैं? आपका है कि उनका है? इसके मालिक आप है कि नहीं है? क्या यह आपके बच्चों के हक का पैसा नहीं है? यह मेरे आदिवासी भाई बहनों का पैसा है। दलितों का, पिछड़ों का पैसा है। इसे इन लोगों ने लूटा है। आप बताइये, क्या ये लोग अपनी इस काली कमाई में से एक भी रुपया आपके बच्चों को देते क्या? और ये जो लूट करते हैं, क्या कहते हैं। अरे भाई अरबों खरबों लूट लेंगे, क्या होगा। बचाने के लिए वकील को दे देंगे। फिर निकल जायेंगे, फिर मौज ही मौज है। यानी ये वकील को भी लूट का ही पैसा दे रहे हैं।
जिन गरीबों के ये पैसे हैं, उन्हें लौटाऊंगा
साथियों, मोदी इन बेइमानों के ठिकानों से पैसा बरामद करवा रहा है। लेकिन मेरे झारखंड के भाई बहन ये जो नोटों के पहाड़ मैं पकड़ रहा हूं। मैं सरकार की तिजारी में ले जाने के लिए नहीं कर रहा है। मैं यह खोजूंगा कि ये पैसे किसके थे? ये उनको क्यों देने पड़े? जब पता चल जायेगा कि ये इन्हीं के पैसे हैं। यह पैसा उन गरीबों को लौटा दूंगा। यह पैसा आपका है। मोदी इसके लिए कानूनी सलाह ले रहा है। रास्ता खोज रहा हूं। गरीब का पैसा है, जिसके हक का पैसा गया है, वह उसे कैसे मिले।
झामुमो-कांग्रेस को उद्योग से नहीं, वसूली से मतलब है
प्रधानमंत्री ने कहा कि पूरी दुनिया जानती है कि देश की प्रगति के लिए उद्योग जरूरी है। जमशेदपुर का तो नाम ही जमशेदजी टाटा के नाम से है। लेकिन कांग्रेस पार्टी उद्यम करनेवालों को देश का दुश्मन मानती है। उसके नेता खुलेआम कहते हैं, जो कारोबारी पैसे नहीं देते, हम उन पर हमला करते हैं। यानी कांग्रेस और झामुमो जैसे दलों को देश के उद्योगों से मतलब नहीं है। उन्हें अपने भ्रष्टाचार और वसूली से मतलब है।
शहजादे विरोध कर रहे हैं, कौन वहां उद्योग लगायेगा
साथियों, मैं आज एक गंभीर विषय को आपके समक्ष स्पष्ट करना चाहता हूं। क्योंकि मैं आज उद्योग की धरती पर खड़ा हूं। आदिवासी भाई बहनों के बीच खड़ा हूं। मैं कांगेस को, उनके साथियों को, जहां-जहां उनकी सरकारें हैं- चाहे तमिलनाडू में हो, केरल में हो, कर्नाटक में हो, तेलांगाना में हो, पश्चिम बंगाल में हो, हिमाचल में हो। मैं उन मुख्यमंत्रियों को चुनौती देता हूं और वे सुन लें मेरी चुनौती, को यह मेरी चुनावी चुनौती नहीं है। मैं इस विषय को बहुत गंभीरता से छेड़ रहा हूं। मीडिया वाले उनसे सवाल पूछें। कांग्रेस के शहजादे उद्योगों का विरोध करते हैं। उद्योगपतियों का विरोध करते हैं। कल-कारखानों का विरोध करते हैं। निवेश का विरोध करते हैं। आनेवाले दिनों में जहां इन लोगों की सरकार है, कौन उद्योगपति उनके राज्य में जाकर निवेश करेगा? ऐसे में वहां के नौजवानों का क्या होगा? शहजादे सुन लें, सारे निवेशक हमसे कहते हैं कि हम उन राज्यों में नहीं जायेंगे। वहां तो विरोध की विचारधारा है। उद्योगपतियों को गालियां दी जाती हैं। मैं नौजवानों से पूछना चाहता हूं कि इन शहजादे की भाषा को सुन कर कौन उद्योगपति वहां आयेगा। वह यही सोचेगा कि जब शहजादे की भाषा ऐसी है, तो उसका मुख्यमंत्री भी वही करेगा। आपके शहजादे की भाषा के कारण आपके राज्य में कोई उद्योग लगाने के लिए आने को तैयार नहीं है। निवेश करने को तैयार नहीं है। हिंदुस्तान के नौजवान हमारे हैं। इसलिए कांग्रेस, टीएमसी और इंडील गठबंधन में शामिल दलों के जो मुख्यमंत्री हैं, वह स्पष्ट करें कि यह जो शहजादे की भाषा है उद्योग के खिलाफ, निवेश के खिलाफ, यह देश के नौजवानों की जिंदगी तबाह करने की श्राषा बोली जा रही है क्या वे मुख्यमंत्री इससे सहमत हैं या विरोध में है। ऐसी श्राषा से कोई उद्योपगति नहीं आयेगा। आप बैठे रहिये, उद्योगपति दूसरे राज्यों में चले जायेंगे। वहां के नौजवानों नौकरी के लिए पलायन को बाध्य होंगे।
कांग्रेस ने उठा ली है नक्सलियों की जिम्मेदारी
प्रधानमंत्री ने राहुल गांधी पर हमला करते हुए कहा कि शहजादे की भाषा पूरी तरह नक्सली भाषा है। माओवादी की भाषा है। नक्सली बिना रंगदारी लिये किसी को काम करने नहीं देते। मोदी ने चूंकि नक्सलियों की कमर तोड़ दी है, इसलिए कांगे्रस ने नक्सलियों की जिम्मेदारी उठा ली है। आप मुझे बताइये ये नये-नये तरीके से रंगदारी करना, नये-नये तरीके से लूट करना, नोटों का पहाड़ खड़ा करना सही है क्या? ऐसे झामुमो-कांगेस वालों को एक भी वोट मिलना चाहिए क्या? हर बूथ में इनका सफाया होना चाहिए कि नहीं होना चाहिए? पीएम ने कहा कि कांग्रेस जैसे दलों को कभी आपकी परवाह नहीं है। इन लोगों ने साठ साल तक गरीबी हटाओ का नारा दिया। गरीबी हटायी क्या? मोदी गरीब मां का बेटा है। गरीबी का दर्द जानता है। इसलिए मैं दस साल से गरीबी दूर करने में लगा हूं। पचीस करोड़ गरीबों को गरीबी से बाहर कर के लाया हूं। मोदी ने वावन करोड़ देशवासियों के जनधन खाते खोले। मोदी ने चार करोड़ गरीबों को पक्का घर दिया है। यह आजादी के इतिहास की बहुत बड़ी घटना है। कांग्रेस के राज में देश के 18 हजार गांव अंधेरे में थे। वहां बिजली नहीं थी। ये गांव 18वीं शताब्दी में रह रहे थे। मोदी ने वहां उजाला किया। कांग्रेस ने उन्हें साफ पानी से भी वंचित रखा। मोदी है, जो हर घर को नल के माध्यम से जल पहुंचा रहा है।
जमशेदपुर के साथ कांग्रेस ने नाइंसाफी की
पीएम ने कहा कि कांग्रेस शासन में जमशेदपुर की भी उपेक्षा हुई। जमशेदपुर से रांची जानेवाली सड़क की क्या दुर्दशा थी, यह किसी से छिपा नहीं है। रांची से जमशेदपुर आने में छह घंटे लगते थे। हमने इंफ्रास्ट्रक्चर पर काम किया। अब आधा से भी कम समय लग रहा है पहुंचने में। रेलवे स्टेशनों के आधुनिकीकरण के लिए हम लगे हैं। हम धालभूमगढ़ में एयरपोर्ट भी बनाना चाहते है, लेकिन झारखंड सरकार इसमें भी रोड़ा अटका रही है।
परिवारवादी पार्टियों वसीयतनामा लिख रही हैं
पीएम ने कहा कि ये परिवारवादी पार्टियां देश को अपनी पर्सनल प्रापर्टी समझती हैं। कांग्रेस के शहजादे वायनाड से भाग कर रायबरेली गये हैं। वह कह रहे हैं कि यह हमारी मम्मी की सीट है। अरे,जब बच्चा स्कूल में पढ़ने जाता है न, तो वह भी यह नहीं कहता कि यह स्कूल हमारे पापा का है। भले ही उसके पापा वहां से पढ़े हों। अभी शहजादे की माताजी ने भी रायबरेली में जाकर कहा कि वह अपना बेटा उन्हें सौंप रही हैं। उन्हें रायबरेली में पचास साल तक सेवा करनेवाला एक भी पार्टी का कार्यकर्ता नहीं मिला। अब रायबरेली वाले पूछ रहे हैं कि बेटे को रायबरेली देने आयी हो। जब हम कोरोना का कहर झेल रहे थे, उस समय एक बार भी आने का मौका नहीं मिला क्या? क्या आपने उस समय एक बार भी पूछा कि आपका हाल क्या है। आज कह रही हो कि आप लोग हमारे बेटे को रायबरेली सुपÞुर्द कर दो। आप कल्पना कीजिए, हमारे लोकतंत्र का मंदिर हैं लोकसभा की सीटें। ये परिवारवादी लोग संसदीय सीटों का भी अब वसीयननामा लिख रहे हैं। ये वही लोग हैं, जो आपकी विरासत पर टैक्स लगाने की बात करते हैं। मतलब जीवन भर कमायेंगे आप, लेकिन आपकी कमाई आपके बच्चों को नहीं मिलेगी। उसे कांग्रेस हड़पेगी। संसद की सीट हन्हें खानदानी लग रही है। वह पार्टी के कार्यकर्ता को नहीं मिलेगी। मोदी ने कहा कि ऐसी परिवारवादी पार्टियों से हमें झारखंड को बचा कर रखना है।
खरसावां-गुवा में कांग्रेस ने सामूहिक नरसंहार करवाया
मोदी ने कहा कि परिवारवादी पार्टियों के गठबंधन वालों ने सबसे ज्यादा नुकसान दलित, पिछड़ा और आदिवासी समाज का किया है। खरसावां-गुवा गोली कांड को कौन भूल सकता है। कांग्रेस ने यहां सामूहिक नरसंहार करवाया था। कांग्रेस ने सिर्फ और सिर्फ एक परिवार का पाठ पढ़ाया है। मोदी ने कहा कि हमने आदिवासी गौरव के लिए दिन रात काम किया। हमने भगवान बिरसा मुंडा की जन्म जयंती को पूरे देश में गौरव दिवस के रूप में मना रहे हैं। हमने आदिवासी बेटी द्रोपदी मुर्मू को देश का राष्ट्रपति बनाया है। और याद है न आपको कि उन्हें हराने के लिए कांग्रेस ने कोई कोर कसर नहीं रखी। आज यहां झामुमो उसी कांग्रेस के साथ खड़ी है। देश जान चुका है कि संविधान को खतरा गठबंधन है। ये संविधान बदल कर पूरा का पूरा आरक्षण मुसलमानों को देने की बात कर रहे हैं। मोदी 23 अप्रैल से ही यह चुनौती दे रहा है कि वे लिख कर दें कि गरीबों, दलितों-पिछड़ों का आरक्षण छीन कर वे मुसलमानों को नहीं देंगे। लेकिन इंडी गठबंधन वाले इस पर चुप हैं।
मोदी ने कहा कि 25 मई को आपका एक वोट झारखंड और देश का फैसला करेगा। हमने विद्युतवरण महतो को जिम्मेदारी सौंपी है। आप इनके लिए कमल का बटन दबायेंगे। जब वोट देंगे न, तो वह वोट सीधा मोदी के खाते में जायेगा। मोदी को मजबूती मिलेगी। मोदी ने भीड़ से यह वादा भी लिया कि आप ज्यादा से ज्यादा मतदान करायेंगे। दस बजे से पहले मतदान करेंगे। पहले मतदान फिर जलपान करेंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि आप मेरा एक काम करेंगे। भीड़ से हां की आवाज आते ही उन्होंने कहा कि यहां से जाकर आप ज्यादा से ज्यादा घरों में जाइये, परिवारों से मिलिये। उनसे कहिये कि मोदी जी जमशेदपुर आये थे और मोदी जी ने परिवार के सबको प्रणाम कहा है। मेरा प्रणाम कह देंगे। एक और काम करेंगे मेरे लिए? यहां हर गांव में ग्राम देवता का मंदिर होता है। आप जाकर वहां जरूर प्रणाम करना, मेरी तरफ से मत्था टेकना और कहना कि देश के उज्ज्वल भविष्य के लिए परमात्मा आशीर्वाद दें।