भोपाल: मध्य प्रदेश में शांति बहाली के लिए शनिवार से भेल के दशहरा मैदान में अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को उपवास तोड़ दिया। उन्होंने पार्टी नेताओं और किसानों के आग्रह पर अपना उपवास खत्म किया है। पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी ने उन्हें नारियल-पानी पिलाकर उपवास तोड़वाया। इससे पहले शिवराज ने कहा कि वह राज्य की जनता और किसानों के लिए जीएंगे और उन्हीं के लिए मरेंगे।
उन्होंने कहा कि वह किसानों को किसी तरह की समस्या नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों में से कई सिफारिशें सरकार पहले ही लागू कर चुकी है।
चौहान ने कहा, कुछ असामाजकि तत्वों ने प्रदेश के माहौल को खराब कर हिंसा फैलाई है, जिन्हें बख्शा नहीं जाएगा। इस कृत्य में कांग्रेस से जुड़े लोग भी शामिल रहे हैं। हिंसा के दौरान जिन लोगों की संपत्ति का नुकसान हुआ है, उन्हें प्रदेश सरकार मदद देगी।