धनबाद-चंद्रपुरा (डीसी) लाइन बंद होने के विरोध में बुधवार को झारखंड के पहले मुख्यमंत्री रहे झारखंड विकास मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने चंद्रपुरा से धनबाद तक 35 किलोमीटर पदयात्रा शुरू की।
चंद्रपुरा से सुबह आठ बजे पदयात्रा शुरू की गई। करीब 300 लोग उनके साथ थे। दुर्गा होते हुए डीसी लाइन से जमुनिया नदी को पार किया गया। सुबह ग्यारह बजे पुल पार किया। इस दौरान बाबूलाल मरांडी ने सरकार, रेलवे, बीसीसीएल की खिंचाई की। कहा कि कुवैत के तेल कुएं में लगी आग जब बुझ सकती है तो रेल लाइन की भूमिगत आग क्यों नहीं। आग बुझाई जाती तो रेल लाइन बंद करने की नौबत नहीं आती और लाखों लोगों को दिक्कत नहीं झेलनी पड़ती
पदयात्रा में शामिल होने के लिए धनबाद से सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता फुलरीटांड़ स्टेशन पर हैं। पदयात्र का स्वागत सोनारडीह, कतरास, बांसजोड, कुसुंडा और धनबाद स्टेशन पर होगा। सभी स्टेशन पर अलग-अलग कमेटी तैनात रहेगी। इसमें धनबाद स्टेशन पर महिला एवं अल्पसंख्यक मोर्चा, कुसुंडा पर नगर कमटी, बलियापुर और गोविंदपुर प्रखण्ड कमेटी, बांसजोड़ा में धनबाद प्रखण्ड, कतरास में बाघमारा प्रखण्ड और राजगंज मंडल, सोनारडीह में झरिया नगर, फुलारीटांड़ में टुंडी, तोपचांची व गोमो नगर कमेटी को स्वागत की जिम्मेदारी दी गई है।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
धनबाद से चंद्रपुरा के बीच के स्टेशनों पर धारा 144 लागू की गई है। पदयात्रा करने दी जाए या नहीं, इस पर रात तक संशय रहा। भीड़ उग्र नहीं हो, इसको लेकर फोर्स के साथ अधिकारियों की तैनाती की गई है।