भुवनेश्वर:  भारत ने शुक्रवार को स्वदेशी परमाणु क्षमता से लैस पृथ्वी 2 मिसाइल का सफल परीक्षण किया। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, जमीन से जमीन पर मार करने वाली मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल को सुबह लगभग 9.50 बजे आईटीआर के तीसरे प्रक्षेपण परिसर के मोबाइल लांचर से मिसाइल दागी।

यह परीक्षण भारतीय सेना के नियमित प्रशिक्षण अभ्यास का हिस्सा है। सूत्रों के अनुसार, प्रक्षेपण को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के वैज्ञानिकों की देखरेख में विशेष रूप से गठित स्ट्रैटेजिक फोर्स कमांड (एसएफसी) की ओर से प्रक्षेपित किया गया।

 

एएनआई के अनुसार यह परीक्षण चांदीपुर रेंज से सुबह 10 बजकर 56 मिनट पर किया गया। यह पृथ्वी 2 मिसाइल सतह से सतह पर मार देने में सक्षम है। इसकी स्ट्राइक रेंज 350 किलोमीटर है।

सैन्य अधिकारियों का कहना है कि युद्ध के दौरान पृथ्वी 2 मिसाइल 500 किलोग्राम से लेकर 1000 किलोग्राम तक के हथियार आसानी से ले जा सकती है। इस मिसाइल को 2003 में सशस्त्र बल में शामिल किया गया था। इसकी लंबाई 9 मीटर है।

इस मिसाइल को तैयार करने वाले डीआरडीओ के वैज्ञानिकों का कहना है कि यह पहली ऐसी मिसाइल है जिसे भारत के प्रतिष्ठित इंटिग्रेटिड गाइडिड मिसाइल डेवेलपमेंट प्रोग्राम के तहत तैयार किया गया है।

इस मिसाइल के अंदर आधुनिक निष्क्रिय मार्गदर्शन सिस्टम लगाया गया है जो कि बिलकुल सटीक निशाने पर अपने टारगेट पर हमला कर सकती है। इस मिसाइल में दो इंजन हैं। पृथ्वी 2 मिसाइल को प्रोडक्शन स्टॉक से रैंडमली सलेक्ट किया गया था।

सूत्रों ने बताया कि दागी गई मिसाइल को डीआरडीओ के राडार के माध्यम से ट्रेस किया गया। ओड़ीसा के द्वीप पर इलैक्ट्रो ऑप्टिकल ट्रैकिंग सिस्टम और टेलीमेंट्री स्टेशन मौजूद हैं।

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