रांची: हजारीबाग की जिला परिषद अध्यक्ष सुशीला देवी के पति लखन साव पर फायरिंग करने वाले अपराधियों की धर-पकड़ के लिए पुलिस लगातार संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। रामगढ़, हजारीबाग के विभिन्न क्षेत्रों से संदेह के आधार पर छह युवकों को गिरफ्तार कर पुलिस उनसे लगातार पूछताछ कर रही है। सूत्रों के मुताबिक पुलिस के वरीय अधिकारी की टीम लखन साव पर दनादन गोली बरसाने वाले शूटरों की खोज में बिहार गयी है। पुलिस ने इसका खुलासा कर लिया है कि लखन साव पर बिहार के शूटरों ने ही गोली चलायी थी। इसलिए पिछले तीन दिनों से पुलिस बिहार के विभिन्न जिलों में शूटरों की तलाश में जुटी है।
पांडेय और श्रीवास्तव दोनों गुटों पर पुलिस की नजर
कहा जा रहा है कि पुलिस सबसे पहले बिहार के लखीसराय पहुंची और वहां से आसपास के क्षेत्रों में खोजबीन शुरू कर दी है। हालांकि अभी तक इस मामले में कोई विशेष सफलता पुलिस को नहीं मिली है। पुलिस के मुताबिक पकड़े गये युवक पांडेय गिरोह और श्रीवास्तव गिरोह से संबंध रखते हैं। इनका तार बिहार से भी जुड़ा है। हालांकि श्रीवास्तव गिरोह ने इस घटना में अपना हाथ होने से इंकार किया है। श्रीवास्तव गिरोह के लोगों ने कुछ मीडिया के लोगों को फोन कर यह बात बतायी है कि लखन साव पर हमला करने के मामले में हमारे लोगों का कोई हाथ नहीं है। हालांकि पांडेय गिरोह के लोगों ने अभी तक इस मामले में अपना बयान नहीं दिया है।
दोनों ही गिरोह के निशाने पर थे साव
पुलिस यह मानकर चल रही है कि लखन साव इन दोनों गिरोह के निशाने पर थे। कहीं दोनों गिरोहों ने मिलकर लखन साव की हत्या करने के लिए आपस में हाथ तो नहीं मिला लिया है। अभी इस मामले में पुलिस कुछ भी कहने से परहेज कर रही है। हालांकि हजारीबाग के एसपी ने घटना के दिन बताया था कि लखन साव गोली चलानेवाले पांडेय गिरोह एवं श्रीवास्तव गिरोह के लोग है, लेकिन अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं हो पायी है। सूत्रों के मुताबिक पकड़े गये लोगों से दो अलग-अलग ठिकानों पर पूछताछ की जा रही है।
सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बढ़ रही जांच
सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस मामले की जांच को आगे बढ़ा रही है। अभी तक जो बात सामने आयी है, उसके मुताबिक शूटर बिहार के रहने वाले बताये जा रहे हैं। अपराधियों द्वारा घटना में इस्तेमाल किये गये बोलेरो में भी दो हथियार होने की बात कही जा रही है। बताते चलें कि 31 मई को लखन साव और उनके चालक पर शूटरों ने हजारीबाग में ताबड़तोड़ फायरिंग की थी, जिससे लखन साव गंभीर रूप से घायल हो गये थे। बहरहाल, लखन साव अस्पताल में जीवन से जूझ रहे हैं।