रांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि झारखंड में अनलॉक वन में और क्या रियायत दी जायेगी, यह फैसला मंगलवार को पीएम मोदी से वीडियो कांफ्रेंसिंग के बाद किया जायेगा। सीएम ने कहा कि भारत सरकार के दिशा-निर्देश के बाद निर्णय लेने में सहूलियत होगी। सोमवार को झारखंड मंत्रालय में मीडिया से बातचीत में भारत सरकार से राज्य के लिए अतिरिक्त फंड की मांग पर पूछे जाने पर सीएम ने कहा कि हम लोगों ने कई विषयों पर अपना होमवर्क कर रखा है। इस विषय पर भी चर्चा की जायेगी। हम अपनी बात पीएम के सामने रखेंगे और इसमें बहुत जल्दबाजी दिखाने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि राज्य में जिस तरह से संक्रमण बढ़ रहा है, वह चिंताजनक है। सरकार इसकी गति पर नजर रख रही है। संक्रमण और न बढ़े इस पर चिंतन-मंथन किया जा रहा है। इसके बाद इस पर निर्णय लिया जायेगा।
सीएम ने सखी मंडलों को दिये 75 करोड़
इससे पहले सीएम ने राज्य के 50 हजार सखी मंडलों को चक्रीय निधि के रूप में 75 करोड़ रुपये की राशि आॅनलाइन हस्तांतरित की। इनमें से हर सखी मंडल को 15-15 हजार रुपये अनुदान के रूप में दिये गये हैं। इस राशि से सखी मंडलों से जुड़े करीब छह लाख ग्रामीण परिवारों को लाभ होगा। मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण महिलाओं को स्वावलंबी, सशक्त और आजीविका से जोड़ना सरकार की विशेष प्राथमिकता है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत ग्रामीण परिवेश की महिलाओं को सखी मंडलों से जोड़ कर उन्हें आजीविका के विभिन्न माध्यमों, स्वरोजगार और हुनरमंद व्यवसाय के अवसर उपलब्ध कराकर गरीबी उन्मूलन की कोशिश की जा रही है। सीएम ने कहा कि आजीविका मिशन के तहत ग्रामीण महिलाओं को कौशल विकास का प्रशिक्षण तथा वित्तीय सहायता भी दी जा रही है। यही वजह है कि आज लाखों की संख्या में महिलाएं आजीविका मिशन से जुड़कर खुद को स्वावलंबी और सशक्त बना रही हैं। उन्होंने पाकुड़, गुमला, रामगढ़, दुमका, और चाईबासा से आयीं सखी मंडलों की महिलाओं से बातचीत भी की।