नई दिल्ली । ब्रिटेन ने कहा है कि भगोड़े आर्थिक अपराधी विजय माल्या को फिलहाल भारत को सौंपना संभव नहीं है।
नई दिल्ली स्थित ब्रिटिश उच्चायोग के प्रवक्ता ने कहा कि माल्या के प्रत्यर्पण के बारे में बहुत से कानूनी मुद्दों को हल किया जाना अभी बाकी है। ब्रिटेन के कानून के अनुसार प्रत्यर्पण तभी संभव है जब सभी कानूनी मुद्दों को सुलझा लिया जाए।
प्रवक्ता ने इन कानूनी मुद्दों के बारे में कोई ब्यौरा देने से इनकार करते हुए कहा कि यह गोपनीय है तथा इनका विस्तार से उल्लेख नहीं किया जा सकता। प्रवक्ता ने आगे कहा कि अभी यह अनुमान नहीं लगाया जा सकता की इन मुद्दों को कब तक सुलझा लिया जाएगा। ब्रिटेन का प्रयास है कि जितना जल्दी संभव हो इसका निपटारा हो जाए।
उच्चायोग के अनुसार माल्या ने अपने प्रत्यर्पण के खिलाफ अपील की थी। यह अपील खारिज हो गई है। माल्या को ब्रिटेन के सुप्रीम कोर्ट में आगे अपील करने की अनुमति भी नहीं मिली है। इन सबके बावजूद कुछ ऐसे मुद्दे हैं जिन्हें प्रत्यर्पण के पहले सुलाझाया जाना आवश्यक है।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार माल्या प्रत्यर्पण के खिलाफ कानूनी हथकंडे अपनाने का प्रयास कर रहा है। उसकी ओर से ब्रिटेन में राजनीतिक शरण हासिल करने की गुहार भी लगाई जा सकती है।