नई दिल्ली । भारत और आस्ट्रेलिया ने आपसी सैन्य सहयोग बढ़ाते हुए आज सैन्य सुविधा संबंधी महत्वपूर्ण समझौते पर हस्ताक्षर किए। इसके तहत दोनों देशों की सेनाएं एक-दूसरे के सैन्य अड्डों पर ईधन भरने सहित संचालन सुविधाएं हासिल कर सकेंगी।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन के बीच वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए शिखरवार्ता के बाद दोनों देशों के बीच सात समझौते और करार हुए।

एशिया में चीन के बढ़ते सैनिक और आर्थिक दबदबे के परिपेक्ष में इन दोनों लोकतांत्रिक देशों ने भारत-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग को और बढ़ाने का फैसला किया। दोनों देशों ने अपनी रणनीतिक साझेदारी को व्यापक साझेदारी में भी बदलने का फैसला किया। शिखरवार्ता के बाद जारी संयुक्त वक्तव्य में कहा गया कि दोनों देश संयुक्त सैन्य अभ्यास का दायरा बढ़ाएंगे और साझा सुरक्षा चुनौतियों के लिए नए रास्ते खोजेंगे।

भारत-प्रशांत क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और स्थायित्व बनाने के लिए साझा प्रयास करने का भी दोनों देशों ने फैसला किया है। अन्य समझौतों में साइबर प्रौद्योगिकी सहयोग, महत्वपूर्ण खनिजों के खनन और प्रसंसकरण, रक्षा विज्ञान व तकनीकि प्रौद्योगिकी, लोक प्रशासन एवं सुधार, व्यावसायिक शिक्षा एवं प्रशिक्षण तथा जल संसाधन प्रबंधन संबंधी समझौते और करार शामिल हैं।

दोनों देशों ने भारत-प्रशांत क्षेत्र में हवाई सेवाएं और नौवहन को बाधा रहित बनाए रखने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि समुद्री मार्ग मुक्त और सुरक्षित होना चाहिए।

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