नई दिल्ली। केन्द्रीय पर्यावरण, वन व जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने विश्व पर्यावरण दिवस पर शुक्रवार को आयोजित वर्चुअल सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि विश्व की आठ प्रतिशत जैवविविधता भारत में पाई जाती है। भारत ने दुनिया को साबित करके दिखाया है कि तमाम चुनौतियों के बावजूद वह अपनी जैव विविधता को बचाए रखने में कामयाब रहा है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत की संस्कृति इस तरह की है कि जहां पेड़ों की पूजा होती है। यहां के गांव में ईश्वर के नाम का एक वन विकसित किया जाता है, जिसमें कटाई नहीं होती।

उन्होंने कहा कि पेड़ न कटें इसके लिए राजस्थान में 300 लोगों ने बलिदान दिया था। प्रकृति के साथ हमारा जीवन जुड़ा हुआ है। प्राणी, जलचर, वनचर, पशु-पक्षी के प्रजातियां हमारे जीवन का हिस्सा है।

इस दौरान जावड़ेकर ने कहा कि हमारे यहां ग्रामीण इलाकों में तो जंगल हैं लेकिन शहरी इलाकों में जंगल काफी कम हैं। ऐसे में जरूरी है कि सभी नगर निगम अपने शहर में नगर वन विकसित करने की दिशा में जनआंदोलन के रूप में कार्य करें। इस उद्देश्य के तहत केंद्रीय मंत्री ने 200 निगम शहरों में ‘शहरी वन कार्यक्रम (अर्बन फोरस्ट प्रोग्राम)’ लॉन्च करने की भी घोषणा की।

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