राजस्थान सरकार के भीतर इन दिनों सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। गुरुवार को सरकार के भीतर अंतर्कलह की बानगी सामने आ गई। दरअसल गहलोत मंत्रिपरिषद के दो दिग्गज मंत्री आपस में भीड़ गए। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि यह पूरा वाकया मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सामने हुआ।

गहलोत मंत्रिपरिषद् की गुरुवार रात को हुई बैठक में दो वरिष्ठ मंत्री आपस में ही भिड़ गए। मंत्रियों में यह तकरार फ्री वैक्सीन के मसले को लेकर हुई बताई जा रही है। सूत्रों अनुसार, यह विवाद गहलोत मंत्रिमंडल के स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल और शिक्षा राज्यमंत्री और पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा के बीच हुआ। उसके बाद गहलोत के अन्य मंत्रियों ने इसमें हस्तक्षेप कर मामले को शांत कराया।

रिपोर्ट के मुताबिक, बैठक में शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने सुझाव दिया था कि फ्री वैक्सीन को लेकर मंत्रियों को कलेक्टर को ज्ञापन देना चाहिए। वहीं इस पर धारीवाल ने आपत्ति जताते हुए कहा कि कलेक्टर तो हम से वैक्सीन मांगते हैं, उन्हें क्यों ज्ञापन दिया जाना चाहिए? इस मामले में राष्ट्रपति को जाकर केन्द्र की शिकायत करनी चाहिए।

इस पर डोटासरा ने धारीवाल को बीच में रोकते हुए कहा कि आप बीच में न बोलें तो धारीवाल ने पलटकर उत्तर दिया कि वह अपनी बात रखेंगे। उससे बाद तकरार बढ़ गई। बाद में अन्य मंत्रियों को बीच बचाव कर मामले को शांत कराना पड़ा।

हालांकि शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने ऐसी किसी भी बात से इनकार किया है। जबकि इस मामले में धारीवाल का पक्ष फिलहाल सामने नहीं आ पाया है, मगर मंत्रिपरिषद् की बैठक में मुख्यमंत्री की उपस्थिति में हुई यह तकरार सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बनी हुई है। अब देखना होगा की मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अंदरूनी विवादों को कैसे सुलझाते हैं।

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