15 लाख टीके लगाकर मध्यप्रदेश सबसे आगे
झारखंड में 82 हजार से अधिक लोगों का वैक्सीनेशन
नयी दिल्ली। देश में कोरोना महामारी पर जीत हासिल करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित नयी गाइडलाइन के मुताबिक मुफ्त टीकाकरण अभियान की शुरुआत सोमवार को हुई। पहले ही दिन इसका महारिकॉर्ड कायम किया गया। एक दिन में देश भर में 80 लाख से अधिक लोगों को टीका लगाया गया। मध्यप्रदेश में सबसे अधिक 15 लाख लोगों को टीका दिया गया। झारखंड में कुल 82 हजार 708 लोगों ने टीका लिया। राज्यों से पूरा आंकड़ा आने के बाद यह संख्या और बढ़ने की उम्मीद है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आरंभिक आंकड़ों के मुताबिक अब तक 80.96 लाख लोगों को वैक्सीन लगायी गयी है। इससे पहले पांच अप्रैल को 43 लाख से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगायी गयी थी। रिकॉर्ड लोगों को वैक्सीन लगने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुशी जतायी। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि आज का रिकॉर्ड तोड़ वैक्सीनेशन खुश करने वाला है। कोरोना से लड़ने के लिए वैक्सीन हमारा सबसे मजबूत हथियार बना हुआ है। उन सभी को बधाई, जिन्होंने टीका लगवाया। अग्रिम पंक्ति के सभी योद्धाओं को बधाई, जिन्होंने सुनिश्चित किया कि इतने सारे लोगों को टीका लगे। वेल डन इंडिया।
मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा वैक्सीनेशन
आंकड़ों के मुताबिक सोमवार को सबसे ज्यादा वैक्सीनेशन मध्यप्रदेश में हुआ है। यहां 15.43 लाख लोगों को टीका लगाया गया। यह किसी भी राज्य में एक दिन में सबसे ज्यादा वैक्सीनेशन का रिकॉर्ड है। इसके अलावा कर्नाटक में 10.67 लाख और यूपी में 6.74 लाख लोगों ने वैक्सीन लगवायी। दिल्ली में यह संख्या महज 76 हजार 216 रही। मध्यप्रदेश के जबलपुर में एक वैक्सीनेशन सेंटर पर इतनी भीड़ हुई कि सोशल डिस्टेंसिंग की गुंजाइश ही खत्म हो गयी।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि देश में अब तक 28.33 करोड़ लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगायी जा चुकी है। इनमें 23.27 करोड़ से ज्यादा को पहला और 5.05 करोड़ को दूसरा डोज लग चुका है। नयी गाइडलाइंस के मुताबिक अब 18 साल से ज्यादा उम्र के हर नागरिक को केंद्र सरकार की ओर से मुफ्त वैक्सीन लगायी जा रही है। देश में 16 जनवरी से वैक्सीनेशन की शुरुआत की गयी थी।
इससे पहले केंद्र सरकार ने राज्यों और निजी अस्पतालों को 50 प्रतिशत टीका खरीदने की इजाजत दी थी। हालांकि कई राज्यों ने रकम सहित दूसरी समस्याओं की शिकायत की। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठ जून को वैक्सीन गाइडलाइन में संशोधन की घोषणा की थी।