सीएम से मिले बंधु तिर्की, दीपक बिरुआ, बैद्यनाथ राम, रामचंद्र सिंह, सोनाराम और, नीरल पूर्ति
रांची। एससी-एसटी अफसरों की प्रोन्नति में हुई अनियमितता की जांच के लिए गठित विस समिति की रिपोर्ट पर जल्द कार्रवाई का आग्रह विधायकों के दल ने सीएम हेमंत सोरेन से किया है। विधायकों के इस दल में बंधु तिर्की, दीपक बिरुआ, बैद्यनाथ राम, रामचंद्र सिंह, सोनाराम सिंकू, नीरल पूर्ति भी शामिल थे।  इस दौरान शिष्टमंडल ने विधायकों का हस्ताक्षरयुक्त एक ज्ञापन भी सीएम को सौंपा। इसमें कहा गया है कि वर्षों से एससी-एसटी के वरीय सरकारी सेवकों के साथ प्रोन्नति में हो रही अनियमितता के संबंध में विधानसभा ने विशेष कमेटी का गठन किया था। इस मामले को विधायक बंधु तिर्की ने विधानसभा में अल्पसूचित प्रश्न के जरिये उठाया था। इसी पर विस अध्यक्ष ने जांच के लिए कमेटी बनायी थी। विधानसभा की विशेष समिति ने सुप्रीम कोर्ट, झारखंड हाइकोर्ट, केंद्र सरकार द्वारा निर्गत पत्र- परिपत्रों और झारखंड में लागू प्रावधानों के अध्ययन और समीक्षा के बाद दस फरवरी को विस अध्यक्ष को अपनी रिपोर्ट सौंपी थी। इसे झारखंड विधानसभा सचिवालय ने 19 मार्च को कार्यान्वयन प्रतिवेदन उपलब्ध कराने के लिए सरकार को भेजा है। विशेष समिति के प्रतिवेदन पर अब तक कोई कार्रवाई सुनिश्चित नहीं की गयी है।
विधायकों के दल ने सीएम को बताया कि राज्य में राज्यकर्मियों की प्रोन्नति स्थगित है और इसका दुष्प्रभाव सभी वर्गों के कर्मियों को झेलना पड़ रहा है। प्रत्येक माह हजारों राज्यकर्मी प्रोन्नति के साथ आर्थिक लाभ से भी वंचित हो रहे हैं। इसी बीच विभिन्न विभागों में ऊपर के पदों पर चालू प्रभार का नाम देकर कनीय को पदस्थापित किये जाने की गलत प्रक्रिया प्रारंभ की जा रही है, जो किसी न किसी रूप में किसी खास वर्ग को लाभ पहुंचाने का मामला बनता है। अगर राज्य सरकार को कार्यकारी व्यवस्था के तहत इस प्रक्रिया का अनुपालन करना ही है, तो वरीय सरकारी सेवकों को ही चालू प्रभार दिया जाना नियमानुकूल है।

रिपोर्ट पर क्रियान्वयन नहीं करना, अवमानना का मामला: बंधु
विधायक बंधु तिर्की ने कहा कि मुख्य सचिव, कार्मिक सचिव को विस की विशेष समिति की अनुशंसाओं का क्रियान्वयन प्रतिवेदन उपलब्ध कराने के लिए स्मार पत्र भेजने का आग्रह सीएम से किया गया है। विस समिति की अनुशंसाओं का क्रियान्वयन नहीं किया जाता है, तो उनके विरुद्ध अवमानना का मामला भी चलाने की मांग की।

Share.

Comments are closed.

Exit mobile version