झारखंड ने दर्ज की बढ़त, बिहार और असम को पछाड़ा
राज्य को मिले 790 अंक, पिछले साल के मुकाबले 30 अधिक
आजाद सिपाही संवाददाता
नयी दिल्ली। झारखंड को राष्ट्रीय स्तर पर एक और उपलब्धि हासिल हुई है। स्कूली शिक्षा के मामले में राज्य ने पिछले साल के अपने प्रदर्शन में सुधार करते हुए 30 अंक अधिक हासिल किये हैं। इस साल झारखंड में 790 अंक मिले हैं और वह सात अन्य राज्यों के साथ संयुक्त रूप से चौथे स्थान पर है। खास बात यह है कि झारखंड ने बिहार, असम और मध्यप्रदेश को पीछे छोड़ दिया है।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने रविवार को स्कूली शिक्षा प्रदर्शन सूचकांक (पीजीआइ) जारी किया। इस सूचकांक के अनुसार पंजाब, केरल, तमिलनाडु, चंडीगढ़ और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह को संयुक्त रूप से पहला स्थान मिला है। इन्हें 901 से 950 के बीच अंक मिले हैं। दूसरे स्थान पर सात राज्य हैं, जिन्हें 850 से 949 अंक मिले हैं। आठ राज्यों ने 800 से 849 अंक हासिल कर तीसरा स्थान पाया है। झारखंड, उत्तराखंड, तेलंगाना, जम्मू कश्मीर, लक्षद्वीप, मणिपुर, सिक्किम और गोवा 750 से 799 अंक लाकर चौथा स्थान हासिल किया है। बिहार, मध्यप्रदेश, असम और मिजोरम को पांचवां स्थान मिला है, जिसमें स्कोर 650 से 749 के बीच होता है।
सूचकांक जारी करते हुए केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने कहा कि पीजीआइ स्कूलों की कमियों को दूर करने में मदद करता है और तदनुसार हस्तक्षेप के लिए क्षेत्रों को प्राथमिकता देता है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि स्कूली शिक्षा प्रणाली हर स्तर पर मजबूत हो। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के अलावा बाकी सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने पिछले साल के प्रदर्शन में सुधार किया है। उन्होंने कहा कि कम से कम 13 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने बुनियादी ढांचे और सुविधाओं में 10 प्रतिशत या उससे अधिक का सुधार दिखाया है। उन्नीस राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने शासन प्रक्रिया में 10 प्रतिशत या उससे अधिक सुधार दिखाया है।
क्या है पीजीआइ
परफॉरमेंस ग्रेडिंग इंडेक्स (पीजीआइ) पहली बार 2017-18 में जारी किया गया था। सरकार देश में स्कूली शिक्षा प्रणाली में सुधार करने के लिए इस सूचकांक का इस्तेमाल करती है। इसे तैयार करने के लिए एनसीइआरटी के मार्गनिर्देशन में 70 मापदंडों पर राज्यों को परखा जाता है और इसका अधिकतम स्कोर एक हजार अंक होता है।
पीजीआइ की खास बातें
पांच राज्य ग्रेड ए++ में
सात राज्य ग्रेड ए+ में
आठ राज्य ग्रेड ए में
झारखंड समेत आठ राज्य ग्रेड बी में
बिहार, असम, मध्यप्रदेश, मिजोरम पिछड़े
अरुणाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़ और नगालैंड को छठा स्थान
केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख अंतिम पायदान पर