उदयपुर में हुए तालिबानी मर्डर के तार पाकिस्तान से जुड़ रहे हैं। एनआइए ने करीब 10 मोबाइल नंबर ट्रेस किये, जिसकी लोकेशन पाकिस्तान से लेकर भारत में आ रही है। इन्ही नंबरों पर दोनो हत्यारे गौस मोहम्मद और रियाज जब्बार की लगातार बातचीत हो रही थी।
प्रदेश के गृह राज्यमंत्री राजेंद्र सिंह यादव ने बताया की जांच में पता चला है कि ये दोनों पाकिस्तान और अरब देशों के लोगों के साथ संपर्क में थें। इनके मोबाइल में पाकिस्तान और अरब देशों के नंबर मिले हैं। रियाज और गौस की पाकिस्तान के नंबरों पर खूब बातचीत होती थी। राज्यमंत्री यादव ने इनके कराची में ट्रेनिंग लेने का भी दावा किया है। बताया गया कि दोनों ने 2014-15 में करीब 15 दिन की ट्रेनिंग ली थी। पाकिस्तान के आका के बुलावे पर दोनों नेपाल के रास्ते वहां गए थे।
फैला रहे थे नफरत की आग
मंगलवार को उदयपुर में कन्हैयालाल की हत्या के बाद राजस्थान पुलिस के साथ ही खुफिया एजेंसियों में खलबली मच गयी थी। जिस अंदाज में कन्हैयालाल को मारा गया, वह तालिबानी तरीका था। इसके बाद सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल कर आरोपियों ने अपने मंसूबे साफ कर दिये।
एनआइए की जांच में गौस और रियाज के पाकिस्तानी कनेक्शन के पुख्ता सबूत मिले हैं। इन दोनों ने कराची से लौटने के बाद उदयपुर में युवाओं को भड़काना शुरू कर दिया था। उनके मन में नफरत की आग को भड़का रहे थे। यह भी जानकारी सामने आई है कि दोनों दावत-ए-इस्लामी नाम के पाकिस्तानी संगठन से जुड़े हैं।
उदयपुर में तालिबानी मर्डर का पाकिस्तान कनेक्शन
उदयपुर में हुए तालिबानी मर्डर के तार पाकिस्तान से जुड़ रहे हैं। एनआइए ने करीब 10 मोबाइल नंबर ट्रेस किये, जिसकी लोकेशन पाकिस्तान से लेकर भारत में आ रही है। इन्ही नंबरों पर दोनो हत्यारे गौस मोहम्मद और रियाज जब्बार की लगातार बातचीत हो रही थी।
प्रदेश के गृह राज्यमंत्री राजेंद्र सिंह यादव ने बताया की जांच में पता चला है कि ये दोनों पाकिस्तान और अरब देशों के लोगों के साथ संपर्क में थें। इनके मोबाइल में पाकिस्तान और अरब देशों के नंबर मिले हैं। रियाज और गौस की पाकिस्तान के नंबरों पर खूब बातचीत होती थी। राज्यमंत्री यादव ने इनके कराची में ट्रेनिंग लेने का भी दावा किया है। बताया गया कि दोनों ने 2014-15 में करीब 15 दिन की ट्रेनिंग ली थी। पाकिस्तान के आका के बुलावे पर दोनों नेपाल के रास्ते वहां गए थे।
फैला रहे थे नफरत की आग
मंगलवार को उदयपुर में कन्हैयालाल की हत्या के बाद राजस्थान पुलिस के साथ ही खुफिया एजेंसियों में खलबली मच गयी थी। जिस अंदाज में कन्हैयालाल को मारा गया, वह तालिबानी तरीका था। इसके बाद सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल कर आरोपियों ने अपने मंसूबे साफ कर दिये।
एनआइए की जांच में गौस और रियाज के पाकिस्तानी कनेक्शन के पुख्ता सबूत मिले हैं। इन दोनों ने कराची से लौटने के बाद उदयपुर में युवाओं को भड़काना शुरू कर दिया था। उनके मन में नफरत की आग को भड़का रहे थे। यह भी जानकारी सामने आई है कि दोनों दावत-ए-इस्लामी नाम के पाकिस्तानी संगठन से जुड़े हैं।