– पहला जत्था 30 जून को आधार शिविर भगवती नगर जम्मू से रवाना होगा
जम्मू। अमरनाथ यात्रा के लिए तत्काल पंजीकरण गुरुवार से शुरू होंगे, जिसके लिए बुधवार को टोकन जारी किए गए हैं। जम्मू शहर में तत्काल पंजीकरण के लिए पांच केंद्र स्थापित किए गए हैं। इनमें वैष्णवी धाम, पंचायत भवन और शालामार स्थित महाजन सभा में तीर्थ यात्रियों और श्रीराम मंदिर पुरानी मंडी व गीता भवन परेड में साधु संतों के लिए तत्काल पंजीकरण किया जायेगा।
जम्मू रेलवे स्टेशन स्थित सरस्वती धाम से बुधवार सुबह श्रद्धालुओं को टोकन जारी करने की प्रक्रिया शुरू हुई है। जिन श्रद्धालुओं को आज टोकन प्राप्त होगा, उनका गुरुवार को तत्काल पंजीकरण होगा। इस वर्ष अमरनाथ यात्रा 1 जुलाई से शुरू होने जा रही है। 30 जून को पहला जत्था आधार शिविर भगवती नगर जम्मू से रवाना होगा।
अमरनाथ यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए जम्मू शहर के 33 स्थानों पर ठहरने की व्यवस्था की गई है। इनमें आधार शिविर भगवती नगर यात्री निवास, सरस्वती धाम रेलवे स्टेशन जम्मू, वैष्णवी धाम रेलवे स्टेशन जम्मू, लक्ष्मी नारायण मंदिर गांधी नगर, बांके बिहारी मंदिर, गोरखा मंदिर नानक नगर, शिव मंदिर मिनी मार्केट रेलवे स्टेशन, अग्रवाल सभा विवेकानंद चौक जम्मू, गुरु रविदास मंदिर कृष्णा नगर, प्राचीन हनुमान मंदिर मांडा, त्रिकुटा यात्री निवास अम्बफला, राम मंदिर पुरानी मंडी, सनातन धर्म सभा गीता भवन जम्मू, रघुनाथ मंदिर रघुनाथ बाजार, डोगरा सदर सभा डोगरा हॉल, ब्राह्मण सभा परेड, जंडियाल बिरादरी कम्यूनिटी हॉल गोल गुजराल, राजपूत सभा पुरानी मंडी शामिल है।
इसके साथ ही सभी यात्री हॉर्टीकल्चर गेस्ट हाउस नरवाल, जैन सभा, स्कास्ट गेस्ट हाउस रेलवे स्टेशन, सर्वशक्ति चंडी माता मंदिर धम्मी नगरोटा, जेडी, क्लब रूप नगर, तवी महल उदयवाला, पीरखो मंदिर, आरटीओ बिल्डिंग भलवाल, खजुरिया बिरादरी सभा बाहु फोर्ट, जैन सभा गांधी नगर, हरि भवन सराय धर्म ट्रस्ट, सराय झिरी, योग आश्रम गोल गुजराल, राधा स्वामी सत्संग हॉल बनतलाब, राधा स्वामी सत्संग हॉल आरएस पुरा और राधा स्वामी सत्संग हॉल चक मैनी मढ़ में भी रुक सकेंगे।
बाबा अमरनाथ यात्रा की तैयारियों को अंतिम रूप भी दे दिया गया है। 3888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित अमरनाथ गुफा की सुरक्षा की जिम्मेदारी पारंपरिक रूप से सीआरपीएफ के पास ही रहती थी, लेकिन इस बार यह जिम्मेदारी इंडो तिब्बत बॉर्डर (आईटीबीपी) पुलिस को दी गई है। इस बार अमरनाथ यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था में बदलाव मणिपुर हिंसा की वजह से भी हुआ है।
दूसरी ओर अमरनाथ यात्रा को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए है। इस बार दोनों आधार शिविरों में ही नहीं, बल्कि पूरे यात्रा मार्ग पर चिह्नित स्थानों पर सीसीटीवी कैमरों से निगरानी रखी जाएगी। पवित्र गुफा, पंचतरणी, शेषनाग में भी हेलीपैड तैयार किए गए हैं, ताकि आपात परिस्थितियों में राहत कार्यों में किसी प्रकार की दिक्कत न आए। कुल सात हेलीपैड तैयार किए गए हैं, जिन पर रात को भी हेलीकॉप्टर उतर सकता है। बालटाल बेस कैंप और पवित्र गुफा तक के रास्ते में 1243 स्ट्रीट लाइटें लगाई गई है। इसके अलावा चिन्हित स्थानों पर जनशक्ति और ईंधन के साथ 19 जेनसेट भी लगाए गए हैं।
अमरनाथ की यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं की सेहत और खाने-पीने का खास ख्याल रखा गया है। इस बार रास्ते में न तो हलवा खाने को मिलेगा और न ही जलेबी। लंगरों में श्रद्धालुओं को सिर्फ वही भोजन परोसे जाएंगे जो सेहत को दुरुस्त रखेंगे। लंगर संगठनों ने कहा है कि श्रद्धालुओं को सिर्फ हेल्दी व पोशक तत्वों से बना खाना ही परोसा जाएगा। यह कदम श्रद्धालुओं को हेल्दी बनाए रखने के लिए उठाया गया है। प्रशासन ने इस संबंध में एडवाइजरी भी जारी की है।
दोनों यात्रा मार्गों पर करीब 120 लंगर लगाए गए हैं। इसके अलावा लखनपुर से लेकर बालटाल व पहलगाम तक करीब 50 लंगर हैं। इस बार लंगर में अनाज, दालें, हरी सब्जियां, टमाटर, साग, न्यूट्रेला, सोया चंक्स, प्लेन दाल, सलाद, फल, सादा चावल, जीरा चावल, खिचड़ी, मक्की की रोटी, तंदूरी रोटी, ब्रेड, कुलचा, डबल रोटी, रम चाकलेट, बिस्कुट, रोस्टेड चना, गुड़, सांबर, इडली, उत्तपम, पोहा, सब्जी वाला सैंडविच, मक्खन और पनीर के बिना ब्रेड जैम और कश्मीरी नान परोसे जाएगे। पेय पदार्थों में हर्बल चाय, कॉफी, लो फैट दही, शर्बत, लेमन स्काश, पानी, लो फैट दूध, फ्रूट जूस, सब्जियों वाला सूप, मिनरल पेयजल, ग्लूकोज उपलब्ध होंगे।