भोपाल। कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी मंगलवार को एक दिवसीय प्रवास पर भोपाल पहुंच गए हैं। यहां राजाभोज विमानतल पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ समेत अन्य वरिष्ठ नेताओं ने उनका स्वागत किया। इसके बाद वे सीधे प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के लिए रवाना हुए, लेकिन रास्ते में कुछ कार्यकर्ताओं ने उनकी गाड़ी को रोक लिया और जमकर नारे लगाए। पुलिस ने उन्हें हटाकर रास्ता साफ कराया, तब राहुल की गाड़ी आगे बढ़ी। यहां हुई धक्का-मुक्की में कुछ कार्यकर्ता सड़क पर भी गिर गए। इसके बाद राहुल गांधी कांग्रेस कार्यालय पहुंचे और यहां इंदिरा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।
राहुल गांधी कांग्रेस मुख्यालय में लगातार तीन बैठकें लेंगे और फिर दोपहर बाद रवीन्द्र भवन में जिलाध्यक्षों और ब्लॉक अध्यक्षों के अधिवेशन को संबोधित करेंगे। सबसे पहले उन्होंने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में राजनीतिक मामलों की समिति के साथ बैठकों की शुरुआत की। बैठक में मप्र कांग्रेस के 64 विधायक शामिल हुए। बीना विधायक निर्मला सप्रे बैठक में शामिल नहीं हुईं।
बैठक में सेमरिया विधायक अभय मिश्रा ने राहुल गांधी से कहा कि हमें मध्य प्रदेश में कोई ऐसा नेता नहीं नजर आता, जिसके भरोसे हम चुनाव जीत पाएं। इस पर राहुल गांधी ने कहा कि आपको भले नजर न आते हों…लेकिन मुझे 10 ऐसे नेता नजर आते हैं, जो मध्य प्रदेश में नेतृत्व करने की क्षमता और सरकार बनाने का माद्दा रखते हैं। राहुल गांधी ने स्पष्ट संदेश दिया कि संगठन में सबको साथ लेकर चलना है। नियुक्तियों में पारदर्शिता रहे। यदि पता चला कि कोई गड़बड़ी हुई है तो तत्काल हटा दिया जाएगा।
कांग्रेस कार्यालय में राहुल गांधी के कार्यक्रम के दौरान मीडिया को पूरी तरह दूर रखा गया है। राहुल गांधी कहीं भी मीडिया से बात नहीं करेंगे। बैठक के बाद मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक और अलग-अलग नेता ब्रीफिंग करेंगे।
इधर, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने राहुल गांधी के दौरे पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने अपनी दादी इंदिरा गांधी को पुष्पांजलि देते हुए जूते नहीं उतारे। ये हमारी संस्कृति के विरुद्ध है। उनको थोड़ा ध्यान रखना चाहिए। दरअसल, कांग्रेस कार्यालय पहुंचकर राहुल गांधी ने सबसे पहले कार्यालय से बाहर लगी इंदिरा गांधी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए। इस दौरान उन्होंने जूते पहन रखे थे।