Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Monday, June 30
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»झारखंड»राज्य सरकार लूट रही है संपदाएं, बाहरी तत्वों के खिलाफ जारी रहेगा संघर्ष : जेएलकेएम
    झारखंड

    राज्य सरकार लूट रही है संपदाएं, बाहरी तत्वों के खिलाफ जारी रहेगा संघर्ष : जेएलकेएम

    shivam kumarBy shivam kumarJune 30, 2025Updated:June 30, 2025No Comments1 Min Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    रांची। हूल दिवस के अवसर पर झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (जेएलकेएम) ने सिद्धो-कान्हो पार्क, रांची में उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी और नमन किया। आदिवासी नृत्य संगीत से सराबोर सभी लोगों ने सिद्धो, कान्हू, चांद, भैरव, फूलो-झानो के जयघोष के साथ सांस्कृतिक वेशभूषा में उत्सव मनाया।इस दौरान जेएलकेएम के केंद्रीय वरीय उपाध्यक्ष देवेंद्रनाथ महतो ने कहा कि हूल दिवस हमारे लिए सिर्फ इतिहास की स्मृति नहीं, बल्कि निरंतर संघर्ष की प्रेरणा है। 1855 में भोगनाडीह से शुरू हुआ आदिवासी आंदोलन आज भी जल, जंगल, जमीन की रक्षा और बाहरी तत्वों के खिलाफ जारी है। आज की सरकारें आदिवासी-मूलवासी अधिकारों को कमजोर कर, प्राकृतिक संसाधनों की लूट में सहभागी बन रही हैं। हमारा संघर्ष इन्हीं षड्यंत्रों के खिलाफ है।

    उन्होंने कहा कि संगठन की मांग है कि सरकार आदिवासी-मूलवासी की ज़मीन और पहचान की रक्षा करें। स्थानीय समुदायों को उनका आरक्षण, क्षेत्रीय अधिकार और सम्मान पूरी तरह सुनिश्चित किया जाए। कार्यक्रम में मुख्य रूप से मोर्चा के जिलाध्यक्ष आलोक उरांव, पार्वती देवी, संतोष साहू, चंदन रजक, रविंद्र दीपक, अनूप सिंह, अजहर अंसारी, प्रभाकर सहित अन्य लोग मौजूद थे।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleजल, जंगल और जमीन को बचाने की सबसे बड़ी लड़ाई थी हूल क्रांति : रंजन
    Next Article शराब घोटाला में आरोपित विनय सिंह को फिलहाल कोर्ट से राहत नहीं
    shivam kumar

      Related Posts

      हूल दिवस पर भाकपा ने दी शहीदों को श्रद्धांजलि

      June 30, 2025

      शराब घोटाला में आरोपित विनय सिंह को फिलहाल कोर्ट से राहत नहीं

      June 30, 2025

      जल, जंगल और जमीन को बचाने की सबसे बड़ी लड़ाई थी हूल क्रांति : रंजन

      June 30, 2025
      Add A Comment
      Leave A Reply Cancel Reply

      Recent Posts
      • प्रधानमंत्री बुधवार से पांच देशों की यात्रा पर, ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में लेंगे भाग
      • हूल दिवस पर भाकपा ने दी शहीदों को श्रद्धांजलि
      • शराब घोटाला में आरोपित विनय सिंह को फिलहाल कोर्ट से राहत नहीं
      • राज्य सरकार लूट रही है संपदाएं, बाहरी तत्वों के खिलाफ जारी रहेगा संघर्ष : जेएलकेएम
      • जल, जंगल और जमीन को बचाने की सबसे बड़ी लड़ाई थी हूल क्रांति : रंजन
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version